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आजमगढ़: मण्डलायुक्त ने की सेफ सिटी योजना की तैयारियों की समीक्षा



सीसी टीवी कैमरे हेतु स्थलों का शीघ्र करें चयन - कमिश्नर

भीड़भाड़ वाले एरिया में बनाया जाय पिंक टायलेट: डीएम

आज़मगढ़ 2 नवम्बर -- मण्डलायुक्त मनीष चौहान ने कहा है कि महिलाओं के प्रति अपराध पर प्रभावी अंकुश लगाये जाने हेतु शासन द्वारा सेफ सिटी योजना की शुरुआत की गयी है। इस योजना से आज़मगढ़ को भी आच्छादित किया गया है, जिसकी सभी तैयारियॉं समय से पूर्ण किया जाना आवश्यक है। मण्डलायुक्त श्री चौहान ने मंगलवार को देर सायं अपने शिविर कार्यालय पर सेफ सिटी की तैयारियों की बिन्दुवार समीक्षा करते हुए निर्देश दिया कि सीसीटीवी अधिष्ठापन हेतु अपर जिलाधिकारी (प्रशासन) एवं एसपी सिटी संयुक्त रूप से स्थलों का चयन कर लें तथा चयनित स्थलों पर जितने कैमरे लगाये जाने हैं उसका पूरा विवरण तैयार करायें। उन्होंने कहा कि जिन स्थानों पर महिलाओं का आवागमन अधिक होता है वहॉं पर पर्याप्त संख्या में सीसीटीवी कैमरे स्थापित होने चाहिए। मण्डलायुक्त ने यह भी कहा कि बैंकों, शिक्षण संथाओं, व्यापारिक अधिष्ठानों आदि से भी सम्पर्क कर सीसीटीवी कैमरे स्थापित कराया जाय। उन्होंने कहा कि इण्टीग्रेटेड स्मार्ट कन्ट्रोल रूम की स्थापना हेतु भवन निर्माण किया जाना है जिसके लिए 500 वर्गमीटर भूमि की आवश्यकता है। उन्होंने भूमि उपलब्ध कराये जाने के सम्बन्ध में जिलाधिकारी से कहा कि सचिव, एडीए या ईओ नगर पालिका परिषद आज़मगढ़ के माध्यम से उपयुक्त जमीन को देख लिया जाय। यदि भूमि उपलब्ध नहीं है तो शासन से दिशा निर्देश प्राप्त कर क्रय की कार्यवाही करायें। मण्डलायुक्त श्री चौहान ने कहा कि महिलाओं की सुरक्षा की दृष्टि से नगरीय क्षेत्र में स्ट्रीट लाइटों स्थापना अत्यन्त महत्वपूर्ण कार्य है। उन्होंने अधिशासी अधिकारी नगर पालिका को निर्देशित किया कि तत्काल सर्वे करा लें जहॉ लाइट खराब हैं वहॉं ठीक करायें तथा जहॉं अभी स्ट्रीट लाइट्स नहीं लगी हैं वहॉं प्राथमिकता के आधार पर लगवाना सुनिश्चित करें। उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि एसपी सिटी से सम्पर्क कर पुलिस विभाग द्वारा चिन्हित किये गये महिलाओं के आवागमन वाले स्थलों की भी सूची प्राप्त करें तथा सेफ सिटी से सम्बन्धित परियोजनाओं पर अपेक्षित कार्यवाही करें।
मण्डलायुक्त श्री चौहान ने कहा कि सेफ सिटी योजना का मुख्य उद्देश्य महिलाओं प्रति होने वाले अपराधों को रोकना, उन्हें सुरक्षा प्रदान करना, उनमें सुरक्षा की भावना विकसित करना, निडर बनाना, स्वावलंबी बनाना है। उन्होंने सेफ सिटी योजना के तहत पिंक बूथ/पिंट पैट्रोल के सम्बन्ध कहा कि पिंक बूथ हेतु लगभग 150 वर्ग फुट भूमि की आवश्यकता होगी, जिसपर दो मंजिला निर्माण कराया जायेगा। पिंक बूथ में दो कक्ष, टॉयलेट, सोलर पैनल, फर्नीचर, कम्प्यूटर इत्यादि की व्यवस्था की जानी है। उन्होंने अपर जिलाधिकारी एवं एसपी सिटी को इस दिशा में तीव्र कार्यवाही कराने का निर्देश दिया। समीक्षा के दौरान अवगत कराया गया कि नगर पालिका क्षेत्र के अन्तर्गत तीन स्थानों पर पिंक टायलेट स्थापित हैं। मण्डलायुक्त ने इसे बहुत ही कम बताते हुए ईओ को निर्देशित किया कि कम से कम 8-10 जगहों पर और पिंक टायलेट बनवाया जाय।
जिलाधिकारी विशाल भारद्वाज ने ईओ को निर्देश दिया कि जो भी भीड़ भाड़ वाले क्षेत्र हैं वहॉं पिंक टायलेट बनवाय जाय। श्री भारद्वाज ने यह भी निर्देश दिया कि पिंक टायलेट के समुचित रख रखाव की भी व्यवस्था सुदृढ़ करने हेतु पहले से ही सारी कार्यवाही मुकम्मल कर ली जाय। इसके अलावा वहॉं जल, विद्युत संयोजना आदि की भी व्यवस्था अत्यन्त जरूरी है। बैठक में सेफ सिटी से सम्बन्धित अन्य बिन्दुओं पर भी विस्तार से चर्चा की गयी ।
इस अवसर पर अपर आयुक्त (न्यायिक) हंसराज, अपर जिलाधिकारी (प्रशासन) अनिल कुमार मिश्र, एसपी सिटी शैलेन्द्र लाल, सचिव आज़मगढ़ विकास प्राधिकरण, जिला प्रोबेशन अधिकारी, क्षेत्रीय प्रबन्धक रोडवेज, ईओ नगर पालिका परिषद आदि उपस्थित थे।

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रिपोर्ट आज़मगढ़ लाइव

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