आजमगढ़: जिले में सफाई व्यवस्था किस हद तक बदहाल है इसकी जानकारी बुधवार को उस समय सामने आई जब एसडीएम ने मौका मुआयना किया। उनको सफाई नायक ने बताया कि 14 सफाई कर्मचारी तैनात हैं जबकि एसडीएम को मात्र दो कर्मचारी काम करते नजर आए। माहुल नगर के निरीक्षण में गंदगी देख उपजिलाधिकारी नाराज हुए और अधिशासी अधिकारी और चेयरमैन से फोन पर बात करने की कोशिश की तो बात नहीं हो सकी। प्रधानमंत्री के स्वच्छ भारत की परिकल्पना माहुल नगर में पूरी होती नहीं दिखी तो उपजिलाधिकारी काफी नाराज हुए। उनकी नाराजगी उस समय और बढ़ गई जब सफाई नायक ने 14 कर्मचारी लगाए जाने की जानकारी दी और निरीक्षण में एसडीएम को मात्र दो कर्मचारी ही ड्यूटी पर मिले। उपजिलाधिकारी फूलपुर नरेंद्र कुमार गंगवार ने बुधवार को नगर पंचायत माहुल में साफ सफाई का निरीक्षण किया। तिराहों, चौराहों पर गंदगी देख सफाई नायक पर भड़क गए और सुधार की चेतावनी दी। सफाई व्यवस्था का औचक निरीक्षण करने सुबह सात बजे माहुल नगर में पहुंच गए। देखा कि शिवाजी मेन चौक, खान चौक, शंकर तिराहा सहित तमाम जगहों पर कूड़े का ढेर लगा हुआ है और मक्खियां भनभना रही थीं। सफाई कर्मी नदारत रहे। इस पर उन्होंने यहां के अधिशासी अधिकारी दिनेश चंद्र आर्य और चेयरमैन को फोन लगाया तो स्विच आफ बता रहा था। कुछ देर बाद सफाई नायक संजय कुमार मौके पर पहुंचे तो उनसे एसडीएम ने पूछा कि कितने सफाई कर्मी लगे हैं, तो सफाई नायक ने बताया कि 14 कर्मी लगे हैं।आसपास की गलियों में सफाई कर रहे हैं। इस पर उन्हें साथ लेकर बताई गई गलियों में पहुंचे जहां गंदगी थी ही नहीं और कर्मचारी भी नहीं थे। इस पर एसडीएम सफाई नायक पर भड़क गए और चेतावनी दी कि इस प्रकार की उदासीनता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। साफ-सफाई में दोबारा लापरवाही मिलने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। निरीक्षण के दौरान नगर के दिलीप सिंह, संजय मोदनवाल, बब्बन मोदनवाल, संदीप अग्रहरि, कृष्णा अग्रहरि, करन सेठ आदि मौजूद रहे और बताया कि गंदगी की समस्या हमेशा बनी रहती है। आरोप लगाया की नगर पंचायत में शिकायत का भी कभी संज्ञान नहीं लिया जाता।
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