प्रशासन ने जारी किया अलर्ट, राज्यमंत्री भी पहुंचे, राहत सामग्री का किया वितरण
आजमगढ़: सगड़ी तहसील के उत्तरी हिस्से में बहने वाली सरयू नदी में गुरुवार को पानी छोड़ने की सूचना तो नहीं है, लेकिन जलस्तर में 33 सेटीमीटर की वृद्धि रिकार्ड की गई है। 60 गांव बाढ़ के पानी से पूरी तरह से घिर गए हैं, वहीं गांव के निचले हिस्से में बने 40 घरों में पानी घुसने से अफरा-तफरी मची हुई है। प्रशासन ने ग्रामीणों की सुविधा के लिए 290 नाव लगाने का दावा तो किया है, लेकिन वह अपर्याप्त साबित हो रही हैं।स्थिति की भयावहता काे देखते हुए प्रशासन ने बाढ़ क्षेत्र के गांवों में पहले ही अलर्ट जारी कर दिया है। गुरुवार को डिघिया नाला गेज पर जलस्तर खतरा निशान से 1.91 मीटर ऊपर पहुंच गया। सभी गांवों के रास्ते जलमग्न हो गए हैं। घरों में पानी घुसने से खाद्यान्न व चारे के लिए रखा गया भूसा भींगने लगा है। स्थिति को देख ग्रामीणों ने सामान समेटकर पलायन की तैयारी शुरू कर दी है। निचले हिस्से में बचे देवारा खास राजा, चक्की, बूढ़नपट्टी, बांका, सोनौरा, अभ्भनपट्टी, अजगरा,सोनौरा, अभ्भनपट्टी, अजगरा, शाहडीह, भदौरा आदि गांवों के लोग ज्यादा परेशान हैं। डिघिया नाला गेज स्थल पर बुधवार को 71.98 मीटर जलस्तर था, जो गुरुवार को 33 सेमी बढ़कर 72.31 मीटर पर पहुंच गया। यहां खतरा निशान 70.40 मीटर है। बदरहुआ नाले पर बुधवार को 72.86 मीटर जलस्तर रिकार्ड किया गया था, जो गुरुवार को 38 सेमी बढ़कर 73.24 हो गया। यानी खतरा निशान 71.68 मीटर से 1.51 मीटर ऊपर। उधर सिंचाई राज्यमंत्री रामकेश निषाद ने बाढ़ क्षेत्र का दौरा करने के बाद सौ लोगों में राहत सामग्री का वितरण किया। उनके साथ सांसद दिनेश लाल यादव निरहुआ, भाजपा आजमढ़ जिलाध्यक्ष ध्रुव सिंह, पूर्व विधायक बंदना सिंह, एसडीएम राजीव रत्न सिंह, संतोष सिंह, विनोद विश्वकर्मा, राम सिंगार यादव आदि भी थे।
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