लिपिक पर गोरखपुर घर बैठे सैलरी लेने का आरोप, एसडीएम सदर की जांच में भी मामला संदिग्ध मिला
आजमगढ़ : जिले के राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान हर्रा की चुंगी में एक लिपिक के 16 वर्षों से यहां पर बिना ड्यूटी के गोरखपुर में स्थित अपने घर पर बैठकर ही सैलरी लेने का मामला सामने आया है। एसडीएम सदर की जांच में भी मामला संदिग्ध नजर आया। जिसको लेकर आईटीआई के प्रधानाचार्य से रिपोर्ट मांगी गई। बीजेपी के पूर्व जिला महामंत्री रवि शंकर तिवारी ने एसडीएम को शिकायत की थी कि गोरखपुर के निवासी बटे कृष्ण तिवारी जोकि आईटीआई में लिपिक पद पर तैनात है वह कभी ड्यूटी पर आते ही नहीं है वह गोरखपुर के निवासी हैं और 16 वर्षों से आजमगढ़ में तैनात है। लेकिन उनकी ड्यूटी पर साइन किसी और कर्मचारी द्वारा की जाती है। शिकायत को संज्ञान में लेते हुए एसडीएम जब मौके पर पहुंचे तो प्रधानाचार्य विभागीय कार्य से अन्य जनपद गए थे। जिस पर बटेकृष्ण तिवारी को तलब किया गया। उनसे एसडीएम ने पूछा कि वह किस पटल पर काम करते हैं तो उन्होंने ऑनलाइन प्रमाण पत्र देने वाले पटल की बात कही। लेकिन जब उनसे इस के बारे में जानकारी की गई तो वह ऑनलाइन प्रक्रिया को बता ही नहीं सके। सितंबर माह में कितने ऑनलाइन प्रमाण पत्र जारी किए गए हैं यह भी जानकारी नहीं दे पाए। एसडीएम ने अपनी रिपोर्ट में लिखा भी की उपरोक्त लिपिक का यहां पर कार्य अनियमित दिखाई दे रहा है। गोरखपुर से प्रतिदिन आना जाना प्रतीत हो रहा है। हालांकि बटेकृष्ण तिवारी ने बताया कि वह चौक में किराए के मकान में रहते हैं।
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