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आजमगढ़: वैश्विक स्तर पर हिंदी को पहचान मिली - प्रो० प्रदीप कुमार शर्मा




साहित्यानुरागी का हिंदी दिवस समारोह संपन्न, रचनाकारों को सम्मानित किया गया

काव्य संग्रह " छोटे शहर की बड़ी काव्य संभावनाएं " का कुलपति ने किया विमोचन

आजमगढ़: हिंदी भाषा को वैश्विक स्तर पर पहचान संचार माध्यमों के जरिये मिली है। आज देश ही नही समूचे विश्व मे हिंदी भाषा को जो पहचान मिली उसमें सोशल मीडिया की अहम भूमिका है। यह बातें सुहेलदेव राज्य विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. प्रदीप कुमार शर्मा ने कही। वह आज हिंदी दिवस के पूर्व संध्या पर मंगलवार को साहित्यानुरागी संस्था द्वारा आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि पद से बोल रहे थे। यह कार्यक्रम नेहरू हाल में आयोजित था। उन्होंने कहा कि आज हम सभी के लिए सोशल मीडिया संकट का काम कर रहा है। लेखनी का जो विचारों के साथ सामंजस्य था उससे नई पीढ़ी दूर हो रही है। उन्होंने कहा कि हिंदी दिल को स्पर्श करने वाली भाषा है। इसकीं व्यापकता को सुरक्षित करने की जरूरत है। भाषा हमारी संस्कृति की रक्षा कर सकती है। इसलिए भाषा का सम्मान जरूरी है।कार्यक्रम का विषय प्रवर्तन करते हुए मुख्य वक्ता गोरखपुर विश्वविद्यालय के हिंदी विभाग के प्रोफेसर डॉ अनिल राय ने हिंदी भाषा और साहित्य पर संचार माध्यमों का प्रभाव विषय पर संगोष्ठी में बोलते हुए कहा कि हिंदी को आज विश्व स्तर पर पहचान मिली है।आज पूरे विश्व के हर कोने में हिंदी भाषा बोलने और सुनने वाले है । हिंदी पर अंग्रेजी की काली छाया को हावी करने की कोशिश की जा रही है । इससे बचने की जरूरत है। अंग्रेजी की अनिवार्यता से ही हिन्दी को खतरा है। उन्होंने कहा कि हिंदी हम सब के आजीविका से जुड़ी हुई भाषा है। आज हिंदी की कमजोरियों को गिनाने वालो को मुंह तोड़ जवाब दिया जाना चाहिए।
कार्यक्रम की विशिष्ट अतिथि लाल बहादुर शास्त्री पीजी कॉलेज की हिंदी विभागाध्यक्ष डॉ. इशरत जहां ने कहा कि हम हिंदी का सम्मान करके ही समाज को एक सुसंस्कृत स्वरूप दे सकते है। उन्होंने कहा कि हमे हिंदी के साथ सभी भाषाओं को सम्मान देकर ही हिंदी की रक्षा कर सकते है।
विशिष्ट अतिथि डायट के प्राचार्य अमरनाथ राय ने कहा कि कोई भी भाषा समाप्त नही हो सकती जब हमारी मानसिकता खत्म होती है तब भाषाओं पर खतरा आता है। सभी भाषाओं का सम्मान करेंगे तभी हम हिंदी का सम्मान कर सकते है। हिंदी से ही हम अन्य भाषाओं का सम्मान कर सकते है।
कार्यक्रम में सम्मानित अतिथि पूर्वांचल डिग्री कॉलेज के समूह निदेशक पंकज वात्स्यायन ने साहित्यानुरागी संस्था द्वारा हिंदी भाषा के संरक्षण के लिए किए जा रहे प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि इस तरह के आयोजन नई पीढ़ी में अपनी मातृ भाषा के प्रति अनुराग पैदा करते है। उन्होंने भरोसा दिया कि भविष्य में भी संस्था को किसी भी आयोजन में मेरा शिक्षा समूह सहयोग के लिए अग्रिम पंक्ति में खड़ा मिलेगा।
कार्यक्रम के प्रारंभ में साहित्यानुरागी की अध्यक्ष डॉ मनीषा मिश्रा ने अतिथियों का स्वागत करते हुए संस्था की कार्यविधि को बताया। उन्होंने कहा की हिंदी साहित्य के संरक्षण और संवर्धन के लिए संस्था सदैव सक्रिय रहेगी। इस अवसर पर साहित्यानुरागी संस्था द्वारा प्रकाशित काव्य संग्रह " छोटे शहर की बड़ी काव्य संभावनाएं " का विमोचन हिन्दी दिवस की पूर्व संध्या पर आजमगढ़ विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो प्रदीप शर्मा ने किया इस काव्य संग्रह में आजमगढ़ जनपद की चुनिंदा 25 प्रतिष्ठित और नवोदित हिंदी की रचनाकारों की कविताओं का प्रकाशन किया गया है। इसका मुद्रण प्रयागराज के प्रसिद्ध साहित्यिक प्रकाशक रुद्रादित्य प्रकाशन ने किया है। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि ने इस काव्य संग्रह के सभी रचनाकारों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित भी किया।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि प्रो. प्रदीप शर्मा सहित सभी अतिथियों को साहित्यानुरागी की अध्यक्ष डॉ मनीषा मिश्रा, कार्यक्रम सयोजक सरोज यादव, विदुषी श्रीवास्तव और इंदु श्रीवास्तव ने स्मृति चिन्ह और अंगवस्त्रम देकर सम्मानित किया। कार्यक्रम में भावना मिश्रा को साहित्य सेवा सम्मान, चित्रा पंवार को सृजन सम्मान प्रतिभा सिंह व आराधना शुक्ला को हिंदी विदुषी सम्मान से सम्मानित किया गया।संगोष्ठी की अध्यक्षता संस्था की संरक्षक डॉ मालती मिश्रा ने किया। कार्यक्रम का प्रारंभ अतिथियों ने माँ सरस्वती के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलित कर कियॉ। सरस्वती वन्दना रोशनी गौड़ ने प्रस्तुत किया । अतिथियों का स्वागत साहित्यानुरागी परिवार की तरफ से बुके देकर माल्यार्पण कर कियॉ गया। कार्यक्रम का संचालन देवेंद्र तिवारी ने किया। इस अवसर पर डॉ आनंद मिश्र, विजयेंद्र श्रीवास्तव, रविन्द्र अस्थाना, प्रतिभा पाठक, अजय पांडेय, द्विजराम यादव, पत्रकार मधुकर तिवारी ,भालचंद्र त्रिपाठी, जगदम्बा दुबे, ईश्वर चन्द्र त्रिपाठी, राजाराम सिंह, हरिहर पाठक, आशा सिंह, रुद्रनाथ चौबे आदि लोग मौजूद थे।

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रिपोर्ट आज़मगढ़ लाइव

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