जहर की डिब्बी निकलते ही गार्ड ने पकड़ा,पुलिस ले गई साथ
लगाया आरोप,पैमाईश के लिए लेखपाल मांग रहा है रिश्वत
आजमगढ़: कलेक्ट्रेट परिसर में गुरुवार को उस समय थोड़ी देर के लिए अफरा-तफरी मच गई जब एक दंपती ने पौत्र-पौत्रियों के साथ पहुंचकर जान देने की कोशिश की। संयोग से उसने जैसे ही जहर की डिब्बी जेब से निकाली तो वहां मौजूद गार्ड की नजर पड़ गई। गार्ड ने उन्हें रोकने के साथ कोतवाली पुलिस को सूचित किया, जिसके बाद पुलिस सभी को आटो रिक्शा में बैठाकर अपने साथ ले गई। निजामाबाद तहसील के ग्राम खासबेगपुर के रहने वाले जनार्दन गिरी अपनी पतनी पद्मावती, एक पौत्र और दो पौत्रियों के साथ जान देने की नीयत से वहां पहुंचे थे। जनार्दन ने बताया कि विपक्षी से बंटवारे का विवाद चल रहा था। एसडीएम न्यायालय से पक्ष में फैसला आया तो विपक्ष ने कमिश्नर के यहां अपील कर दी। वहां से भी हमारे पक्ष में फैसला आया और जमीन की पैमाइश का आदेश दिया गया। एसडीएम ने भी पैमाइश कराने को कहा, लेकिन लेखपाल इसके लिए 30 हजार रुपये रिश्वत की मांग कर रहा था। न देने पर अनावश्यक रिपोर्ट लगाकर भेज दिया। उसके बाद अधिकारियों के यहां न्याय के लिए चक्कर काटता रहा और हर बार पैमाइश का आदेश होता गया। अंत में हर मानकर हमने जान देने का फैसला लिया। शहर कोतवाली डीके श्रीवास्तव ने बताया कि सूचना पर सभी को कोतवाली लाया गया है। समझा-बुझाकर घर भेजने की व्यवस्था की जाएगी। वहीं एसडीएम, निजामाबाद रवि कुमार ने बताया कि प्रकरण में भूमि की पैमाइश करने आदेश दे दिया गया है। रहा सवाल लेखपाल द्वारा पैमाइश के बदले घूस मांगने का, तो इस बारे में लिखित शिकायत मिलने पर जांच कर कार्रवाई की जाएगी।
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