कोर्ट के आदेश के चलते पुलिस ने एक-एक घर में पशुओं की तलाशी ली
आजमगढ़ : मुबारकपुर थाना क्षेत्र का लोहरा गांव शाम होने के साथ शनिवार को तीन दिन के लिए पुलिस छावनी में तब्दील हो गया। सीओ सदर सौम्या सिंह के नेतृत्व में गांव में धमकी पुलिस ने एक-एक घर में पशुओं की तलाशी ली और घर में रहने वाले बाहरी लोगों का ब्योरा संकलित किया। इस गांव में तीन दशक पहले हाईकोर्ट ने कुर्बानी पर रोक लगा दी थी। घरों की तलाशी के दौरान कोई आरोप न लगे, इसके लिए महिला पुलिस की खासतौर से व्यवस्था की गई थी, जहां कहीं पशु पाए गए उन्हें पकड़कर गांव के बाहर बने बाड़े में रखवा दिया गया। गांव में लगभग सवा दो सौ घरों की तलाशी के लिए दो टीमें बनाई गई थीं। एक टीम का नेतृत्व क्षेत्राधिकारी सदर सौम्या सिंह व प्रभारी निरीक्षक योगेंद्र बहादुर सिंह और दूसरी टीम का नेतृत्व अपराध निरीक्षक वेंकटेश्वर तिवारी कर रहे थे। पिछले कई वर्षों से लोहरा गांव जैसे ही बकरीद का पर्व आता है, तो चर्चा में आ जाता है। यहां बाकी दिनों में सभी लोग मिलजुलकर रहते हैं, लेकिन बकरीद पर जानवरों की कुर्बानी को लेकर हर वर्ष प्रशासन मुस्तैद नजर आता है। हालांकि, तलाशी के दौरान जानवर गांव में नहीं पाया गया। कारण कि लोग अपने पालतू जानवरों को अगल-बगल के गांवों में पहुंचा देते हैं। इस अवसर थाना प्रभारी निरीक्षक योगेंद्र बहादुर सिंह, लोहरा चौकी इंचार्ज अश्वनी मिश्र, हौसिला प्रसाद सिंह, कानूनगो कैलाश यादव, विनय सिंह, लेखपाल संदीप मौर्या, आनंद मौर्य, आसिफ जमाल, पंकज सिंह आदि रहे। ऐहतियात के तौर पर गांव में डेढ़ प्लाटून पीएसी, 10 उपनिरीक्षक, 55 हेड कांस्टेबल, 18 महिला सिपाही, फायर ब्रिगेड, सर्विलांस टीम लगाई गई हैं।
Blogger Comment
Facebook Comment