प्रत्येक बोतल व कैन को स्कैन कर बेचना होगा,अब ऑनलाइन रहेगा स्टॉक
आजमगढ़ : मूल्य बढ़ाकर शराब की बिक्री करने का खेल अब और नहीं चल सकेगा। इसके लिए दुकानों पर प्वाइंट आफ सेल (पीओएस) मशीन लगाई जाएगी। इस व्यवस्था से निर्धारित मूल्य से अधिक दर पर बिक्री संग अपमिश्रित और अवैध शराब के कारोबार पर भी अंकुश लग सकेगा। बिक्री के समय की भी मॉनिटरिंग भी की जा सकेगी। जिले में इसकी प्रक्रिया शुरू हो गई है। अनुज्ञापियों( लाइसेंसधारकों) व सेल्समैनों के प्रशिक्षण के बाद इस माह के अंत तक यह प्रक्रिया प्रभावी हो जाएगी। 32 हजार रुपये की पीओएस मशीन लाइसेंसधारकों को नि:शुल्क वितरित की जा रही है, लेकिन टूटने अथवा खोने पर यह धनराशि जमा करनी पड़ेगी। खास बात यह है कि गोदाम से शराब की उठान से पहले व दुकानों पर बिक्री करने से पहले बार कोड का पास मशीन से स्कैन करना होगा। यह डिवाइस लगने के बाद शराब की प्रत्येक बोतल अथवा कैन को स्कैन करके बेचना होगा। मशीन में दो सिम कंपनी लगाकर दे रही है। जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में नेटवर्क की समस्या न आए। मशीन में लगे स्कैनर में शराब की बोतल अथवा कैन में लगे क्यूआर कोड को स्कैन करना होगा। क्यूआर कोड स्कैन नहीं होने पर उसकी बिक्री रोक दी जाएगी। ऐसे स्टाक का विभाग निस्तारण कराएगा। जिला आबकारी अधिकारी अनूप कुमार शर्मा ने बताया की पीओएस मशीन में क्यूआर कोड स्कैन करते ही उस बोतल अथवा कैन का पूरा विवरण आनलाइन दर्ज हो जाएगा। इसमें दुकान का नाम, शराब का विवरण और समय आदि दर्ज हो जाएगा। इससे प्रत्येक दुकान का आनलाइन स्टाक रजिस्टर भी अपडेट हो जाएगा। इसे आवश्यकता पड़ने पर अधिकारी देख सकेंगे। यह भी जानकारी मिलती रहेगी कि किस दुकान पर पास मशीन अभी तक चालू नहीं की गई है। शराब की दुकान के लाइसेंस धारकों को पीओएस मशीन दी जा रही हैं। जल्द ही इसका प्रशिक्षण देकर इसी माह के अंत से संचालन शुरू कराया जाएगा।
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