भाजपा के बागी विक्रांत सिंह रिशु ने निर्दल लड़ कर फतह कर लिया किला
आजमगढ़-मऊ स्थानीय प्राधिकारी निर्वाचन क्षेत्र से नवनिर्वाचित(निर्दलीय) विधान परिषद सदस्य (एमएलसी) विक्रांत सिंह रिशू पूर्व मंत्री व एमएलसी यशंवत सिंह के पुत्र हैं। मूलरूप से मऊ जिले के हल्देमऊ सरौना निवासी विक्रांत सिंह रिशू स्नातक के बाद इंजीनियरिंग के लिए दाखिला लिए थे लेकिन राजनीति के चर्चित नाम पिता यशंवत सिंह के पदचिन्होें पर चलने की ललक उन्हें राजनीति की तरफ खींच लाई। शुरुआत में अपने गांव हल्देमऊ सरौना से 2017 के ग्राम पंचायत के चुनाव में ग्राम प्रधान का चुनाव लड़ने का मन बनाया था लेकिन ऊंची सोच यानी मऊ से जिला पंचायत अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ने की इच्छा से मऊ जिले के सुल्तानीपुर सीट से जिला पंचायत सदस्य का चुनाव लड़े और जीत भी गए। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के करीबी रहे पिता यशंवत सिंह के बल पर जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए टिकट की दावेदारी की लेकिन मायूसी हाथ लगी। उसके बाद इस विधान परिषद के चुनाव में एक बार पुन: भाजपा से टिकट मांगा लेकिन पार्टी ने फूलपुर-पवई विधानसभा क्षेत्र के पूर्व विधायक अरुणकांत यादव काे टिकट दे दिया। इसके बाद बगावत कर निर्दलीय प्रत्याशी रूप में नामांकन पत्र दाखिल किया और मंगलवार को जब नजीता आया तो भाजपा प्रत्याशी को ही 2814 मताें के अंतर से हराकर जीत दर्ज करते हुए इतिहास रचा।
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