असफल प्रेम प्रसंग में महिला के घर के बाहर हवाई फायरिंग की फिर खुद को मारी गोली
सीसीटीवी फुटेज में कैद हुआ घटनाक्रम, गलत तथ्य दर्शा साक्ष्य छुपाने पर भाई और मित्र पर मुकदमा दर्ज,मित्र गिरफ्तार
आजमगढ़: सिधारी थाना क्षेत्र के नरौली में दो दिन पहले प्रॉपर्टी डीलर की गोली लगने से हुई मौत का पुलिस ने गुरुवार को सनसनीखेज खुलासा कर दिया। अभी तक पुलिस घटना को हत्या मान रही थी लेकिन खुलासे के बाद प्रेम प्रसंग में विफल होने पर आत्महत्या का मामला खुल गया है। शादीशुदा प्रेमिका को पाने में विफल होने पर प्रापर्टी डीलर ने पहले युवती के घर के पास कार में बैठ-बैठे ही हवाई फायरिंग की, फिर खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली। फायरिंग की घटना सीसीटीवी में कैद हो गई थी। इससे पुलिस को मामले के खुलासे में मदद मिल गई। वारदात के बाद प्रापर्टी डीलर के भाई ने अपने विरोधियों को फंसाने के लिए उनके खिलाफ हत्या की रिपोर्ट दर्ज करा दी थी। साजिश के मामले में पुलिस ने प्रापर्टी डीलर के मित्र को गिरफ्तार किया। उसके पास से घटना में इस्तेमाल तमंचा भी बरामद कर लिया गया है। घटना का खुलासा करते हुए पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य ने बताया कि नगर कोतवाली क्षेत्र के रैदोपर निवासी प्रापर्टी डीलर राघवेश सिंह उर्फ टुनटुन सिंह की सिधारी थाना क्षेत्र के नरौली में गोली लगने से मौत हो गई थी। राघवेश के भाई प्रभाकर सिंह ने चार लोगों के विरूद्ध नामजद रिपोर्ट दर्ज कराई थी। जांच में पता चला की राघवेश का सात साल से नरौली निवासी एक युवती से प्रेम प्रसंग चल रहा था। तीन साल पहले दोनों अलग हो गए। दोनों ने अलग-अलग शादी कर ली। एक साल से राघवेश की युवती से फिर बातचीत होने लगी थी। उसने युवती पर अपनी शादी तोड़ने का दबाव बनाया लेकिन उसने इनकार कर दिया। मृतक लगातार दबाव बनाता रहा लेकिन महिला ने बार बार इनकार किया। घटना वाली देर शाम वह अपनी कार से महिला के घर के पास पहुंचा और मिलने के लिए फोन कर दबाव बनाने लगा। वह नहीं आने को राजी हुई तो राघवेश ने कार में बैठे बैठे ही डराने के लिए तमंचे से एक हवाई फायर भी किया फिर गाड़ी आगे बढ़ा दी और आगे जा कर खुद के सीने में गोली मार ली। घटना क्रम से जुड़ा सीसीटीवी फुटेज भी पुलिस ने हासिल कर लिया है। उधर आशंकित महिला ने उसके मित्र को मामले से अवगत कराया तो भाई प्रभाकर सिंह और उसका मित्र राजीव सिंह एक बाइक से वहां पहुंचे जहां उन्होंने कार में ही मौजूद तमंचे को छुपा दिया और राघवेश को उसी कार से अस्पताल पहुंचाया जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। पुलिस में मौके पर छोड़ी गई बाइक भी बरामद कर ली। एसपी अनुराग आर्य ने बताया की फॉरेंसिक टीम ने भी पुष्टि की है की गोली बहुत नजदीक से या सटाकर मारी गई है जिससे स्पस्ट प्रतीत होता है की यह आत्महत्या का मामला है। साथ ही अब तक की विवेचना से जुर्म धारा 147/148/302 भादवि का होना नहीं पाया जा रहा है। बल्कि संकलित साक्ष्यों से वादी मुकदमा प्रभाकर सिंह व राजीव सिंह के विरूद्ध जुर्म धारा 177/201/202/203/34 भादवि अपराध पाया जा रहा है। वादी मुकदमा द्वारा प्रथम सूचना में घटनास्थल का सही उल्लेख न करने तथा घटना की सूचना पुलिस को न देने के कारण सर्विलांस व इलेक्ट्रानिक माध्यमों से घटनास्थल पर गहन जांच पड़ताल कर पुलिस टीम द्वारा घटना का सही अनावरण किया गया। मृतक का मित्र तमंचे को तमंचे को ठिकाने लगाने की फिराक में था लेकिन पुलिस ने पकड़ लिया। मृतक के भाई ने पूर्व में हुई हत्या के वादी पर दबाव बनाने के लिए गलत की थी नामजदगी।
Blogger Comment
Facebook Comment