छात्र संगठनों ने डीएम के माध्यम से भेजा राष्ट्रपति को पत्रक
मांगें पूरी नहीं होने पर बड़े आंदोलन की दी चेतावनी
आजमगढ़: रेलवे भर्ती बोर्ड की गैर तकनीकी श्रेणी (एनटीपीसी) परिणाम में हुई धांधली व छात्रों पर हुए लाठी चार्ज के खिलाफ शुक्रवार को छात्र संगठनों ने प्रदर्शन किया। साथ ही परिणाम में हुई धांधली की उच्चस्तरीय जांच की मांग की। छात्र नेताओं ने कहा कि परीक्षा परिणाम में हुई धांधली के खिलाफ लोकतांत्रिक तरीके से आवाज उठाने वाले छात्रों पर लाठीचार्ज करना सरकार का दमनकारी नीति है। प्रयागराज में यूपी सरकार ने छात्रों पर जुल्म किया। छात्र नेता बहादुर ने कहा कि पुलिस ने हास्टल व कमरों में घुसकर छात्रों की पिटाई की। आंसू गैस के गोले दागे गए। उनके ऊपर फर्जी मुकदमा कायम कर दिया गया। सरकार छात्रों की समस्याओं का निदान करने की बजाय साजिशन पढ़ने-लिखने के माहौल को बर्बाद कर रही है। अखिल भारतीय प्रगतिशील छात्र मंच के प्रशांत ने कहा कि सरकार सभी योग्यता धारक छात्रों को रोजगार देने की गारंटी दे। सभी को निश्शुल्क वैज्ञानिक शिक्षा-सबको स्थाई रोजगार की जिम्मेदारी सरकार उठाए। राष्ट्रपति को संबोधित पत्रक छात्रों ने जिलाधिकारी के माध्यम से भेजा। इस मौके पर संदीप, महेंद्र, उमाकांत, आलोक यादव, उत्तम यादव, आजाद, अजय पासवान आदि मौजूद थे। इसी क्रम में एनएसयूआइ व शहर युवक कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने जिलाधिकारी के माध्यम से राज्यपाल को आठ सूत्रीय मांग पत्र सौंपा। छात्रों ने लाठीचार्ज की निदा की। संगठन ने संपूर्ण घटना की न्यायिक जांच की मांग की। छात्र नेता विशाल दुबे कहा कि लाठीचार्ज में दोषी पुलिस कर्मियों के खिलाफ मुकदमा कायम किया जाए। छात्रों पर दर्ज फर्जी मुकदमा हटाया जाए। छात्र नेताओं ने चेतावनी दी कि अगर उत्पीड़न नहीं बंद हुआ तो आंदोलन किया जाएगा। इस मौके पर अमर बहादुर यादव, विकास, निशांत, शुभम शुक्ला, अभय कुमार, रंजीत कुमार आदि मौजूद थे।
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