घास की रोटी खाईं पर आक्रांता के सामने नहीं टेका घुटना
भावी पीढ़ी को स्वर्णिम इतिहास से परिचित कराने की जरूरत
आजमगढ़: महाराणा प्रताप सेना के प्रदेश कार्यसमिति का सम्मेलन रविवार को शहर के होटल गरुण के सभागार में संपन्न हुआ। सेना प्रमुख ठाकुर विजेंद्र सिंह ने कहा कि महाराणा प्रताप भारतीय आन, बान, शान के प्रतीक हैं। उन्होंने कहा कि उनका संपूर्ण जीवन एक दर्शन है। वे आने वाली पीढि़यों के प्रेरणास्त्रोत बने रहेंगे। महाराणा प्रताप ने घास की रोटियां खाईं लेकिन विदेशी आक्रांता के आगे घुटना नहीं टेका। उनके लिए तो जीवन व सुख-वैभव से बढ़कर अपना स्वाभिमान था। कहाकि महाराणा प्रताप सेना शहर से लेकर गांव तक विभिन्न चौराहों व प्रमुख स्थानों पर महाराणा प्रताप की प्रतिमा लगवाने का काम करेगी और सरकार से भी ऐसा करने के लिए आग्रह करेगी। ऐसा करके ही भावी पीढ़ी को महाराणा प्रताप के गौरवशाली चरित्र से परिचित कराया जा सकता है। मार्टीनगंज के ब्लाक प्रमुख सौरभ सिंह बीनू ने कहा कि महाराणा प्रताप सेना के विस्तार की आवश्यकता है। रानी की सराय के ब्लाक प्रमुख विपिन सिंह ने कहा कि भावी पीढ़ी को अपने स्वर्णिम इतिहास से परिचित कराने की जरूरत है। संगठन की रणनीति तय की गई और विस्तार में सहयोग देने वालों को अंगवस्त्रम व स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया गया।प्रदेश संयोजक सूर्यभान सिंह, प्रदेश महासचिव विनय सिंह, जिलाध्यक्ष जौनपुर रीतू सिंह ने विचार रखे।अध्यक्षता प्रदेश संरक्षक हरिलाल यादव व संचालन प्रदेश प्रभारी अनिल कुमार सिंह ने किया।
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