महिला की मां की तहरीर पर दर्ज हुआ था दहेज़ के लिए गायब करने का मुकदमा
कठघरे में पुलिस की कार्रवाई, 13 महीने जेल रहे पति ने न्याय की मांग उठाई
आजमगढ़: मायके वालों की तहरीर पर दहेज के लिए पत्नी को गायब करने का मुकदमा दर्ज हो गया। आरोपित पति कहता रहा कि पत्नी खुद जेवर लेकर किसी के साथ फरार हो गई है, लेकिन पुलिस ने उसकी एक न सुनी और गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। आखिर में जब पता चला कि वह वाकई फरार है तो पुलिस ने उसके प्रेमी के साथ गिरफ्तार कर लिया। अब 13 माह जेल में रहकर हाईकोर्ट से जमानत पर छूटे पति ने सवाल उठाया कि हमे न्याय कौन देगा। जीयनपुर कोतवाली क्षेत्र के मसोना गांव के दीपू कुमार गोंड की शादी 11 जून 2019 को घोसी क्षेत्र की युवती से हुई थी। शादी के बाद से ही वह मोबाइल पर घंटों किसी से बात किया करती थी। इस पर पति ने डांटा-फटकारा तो 9 सितंबर 2019 को नाराज होकर अपने मामा के घर चली गई। पंचायत के बाद 14 सितंबर को फिर ससुराल लौट आई, लेकिन आदत में सुधार नहीं हुआ। 20 सितंबर 2019 को वह घर से फरार हो गई। दो-चार दिन इधर-उधर तलाश करने के बाद मामा , मामी एवं उसकी मां दीपू के घर पहुंचे और आरोप लगाया कि तुमने हमारी लड़की की हत्या कर दी है। पति बार-बार कहता रहा कि आपकी लड़की कहीं चली गई है, हम लोग मिलकर तलाश करें, लेकिन महिला की मां ने सितंबर 2019 में दहेज के लिए गायब कर देने का मुकदमा दर्ज कराया। मुकदमा दर्ज कर पुलिस ने दीपू को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया और उसके परिवार को प्रताड़ित करती रही। दीपू का आरोप है कि पुलिस ने 19 जनवरी 2020 को मुझे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। 13 फरवरी 2021 को हाईकोर्ट से जमानत मिलने पर रिहा होकर घर आया। परिजनों ने रिहाई के लिए दो गाड़ी और पांच बिस्वा खेत तक बेच दिया। दीपू के अनुसार मंगलवार को पुलिस पत्नी को प्रेमी के साथ भिंड, मध्य प्रदेश से गिरफ्तार कर जीयनपुर ले आई। वहीं विवेचक चंद्रशेखर यादव ने बताया कि महिला को कंजरा मोड़ से बरामद किया गया है। उसका बयान दर्ज कराने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
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