तीन दिनों से एसडीएम सगड़ी कोर्ट का अधिवक्ता कर रहे हैं बहिष्कार, जमकर किया प्रदर्शन
आजमगढ़: सगड़ी तहसील अधिवक्ता समिति के सदस्यों ने तीसरे दिन बुधवार को भी जमकर नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया, तो उपजिलाधिकारी ने भी मुकदमों की सुनवाई करने की ठान ली। उन्होंने मुख्य दोनों गेटों को बंद कराकर पुलिस की मौजूदगी में कोर्ट में सुनवाई की। सुनवाई के दौरान वकील नारेबाजी करते रहे। सुबह कोर्ट की सुनवाई के दौरान नारेबाजी करते हुए अधिवक्ता एसडीएम के न्यायालय में घुस गए और जमकर हंगामा किया। वकीलों का हंगामा देख एसडीएम कोर्ट छोड़कर उठ गए। थोड़ी ही देर में जीयनपुर, रौनापार, महाराजगंज, बिलरियागंज, मुबारकपुर से भारी संख्या में फोर्स मंगा लिया। अधिवक्ताओं की नामौजूदगी में वादी और प्रतिवादियों से पूछकर कोर्ट का संचालन किया गया। 12 बजे के बाद शुरू हुई कार्यवाही 3.30 बजे तक चलती रही। उप जिलाधिकारी ने कुल 129 फाइलें देखी, जिसमें से 30 फाइलों का कोर्ट में निस्तारण कर दिया और शेष फाइलों को मौका मुआयना के लिए अपने पास रख लिए। इस दौरान दोनों गेटों को बंद कर दिया गया था।मुकदमे की सुनवाई के दौरान पुलिस फोर्स और वादी ही मौजूद रहे। अधिवक्ता समिति सगड़ी के अध्यक्ष अनिल सिंह ने बताया कि एसडीएम द्वारा वकीलों के साथ दुर्व्यवहार किया जा रहा है, जिसे हम कतई बर्दाश्त नहीं करेंगे और इनके स्थानांतरण तक हम कोर्ट का बहिष्कार करते रहेंगे। शनिवार के दिन कमिश्नर से मिलकर हम अपनी पूरी बात रखेंगे। दूसरी ओर उपजिलाधिकारी गौरव कुमार ने कहा कि अधिवक्ता अनर्गल आरोप लगा रहे हैं। न्यायालय की अपनी एक मर्यादा और अनुशासन होता है। उस मर्यादा और अनुशासन का सबको पालन करना चाहिए। उन्होंने कहा कि बार और बेंच में काफी समन्वय रहा है, जिसके चलते ही पिछले चार महीनों में काफी मामलों का निस्तारण किया गया है। यदि कहीं से कोई बात या समस्या खड़ी हो गई है तो इसका मिल-जुलकर समाधान किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि सगड़ी सबसे बड़ी तहसील है 30 से 40 किलोमीटर दूर के लोग आते हैं। सुनवाई न होने पर वादकारी काफी परेशान होते हैं। आज कुल 129 फाइलें देखी गईं, जिसमें से 30 फाइलों का मौके पर हल कर दिया गया एवं शेष फाइलों को मौका मुआयना के लिए रख लिया गया।
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