निजामाबाद के डोडोपुर गांव में गैस सिलेंडर फटने से हुआ था भयानक हादसा
आजमगढ़: निजामाबाद थाना क्षेत्र के डोडोपुर गांव में पिछले सप्ताह शुक्रवार की देर शाम को गैस सिलेंडर फटने से लगी आग और ध्वस्त हुए मकान के मलबे चपेट में आ जाने से 11 लोग झुलस गए गए थे। घायलों में पांच की हालत गंभीर देख चिकित्सकों ने जिला अस्पताल से वाराणसी के लिए रेफर कर दिया था। जिसमें एक व्यक्ति की शनिवार की शाम को वाराणसी ले जाते समय रास्ते में मौत हो गई थी। इस बीच मंगलवार की शाम को बीएचयू में इलाज के दौरान एक और युवक ने दम तोड़ दिया था। जबकि मंगलवार की रात लगभग 12 बजे 15 वर्ष के बालक ने भी दम तोड़ दिया। बच्चे की मौत से बेचू के परिवार का इकलौता चिराग बुझ गया,खबर मिलते ही गांव में कोहराम मच गया। डोडोपुर गांव निवासी लालमन पुत्र हदीस की बहू जास्मीन पिछले सप्ताह शुक्रवार की शाम लगभग छह बजे घर में भोजन बना रही थी। गैस रिसाव के चलते अचानक आग लग गई। जिससे घर में रखा सिलेंडर फट जाने से लालमन के मकान के एक मंजिला मकान की छत उड़ गई और मकान ध्वस्त हो गया था । इस घटना 11 लोग झुलसे और घायल हुए थे । हादसे में लालमन, उसकी पत्नी रूबिरुल, बेटी नाज के अलावा पड़ोसी खुर्शीद के पुत्र शाहबाज, फुजैल गांव के मुल्ला, अंसार, सना, फिरदौस, मैसर, सैफ ,हाकुर सहित सभी का डाक्टरों ने जिला अस्पताल में इलाज शुरू कर दिया था। गंभीर रूप से पांच घायलों को डाक्टर ने शनिवार की शाम को हायर सेंटर वाराणसी के लिए रेफर कर दिया था। वाराणसी ले जाते समय शनिवार को रास्ते में ही 40 वर्षीय मैसर पुत्र इसराइल की मौत हो गई थी। जबकि बीएचयू में इलाज के दौरान मंगलवार की शाम को 30 वर्षीय हाकुर पुत्र ढेलई में दम तोड़ दिया था। मंगलवार की रात में ही 15 वर्षीय सैफ पुत्र बेचू ने भी दम तोड़ दिया। मृत सैफ चार बहनों में इकलौता था। इकलौते बेटे की मौत की सूचना मिलते ही मां का रो-रो कर बुरा हाल हो गया है। मंगलवार को हाकुर और सैफ की मौत के बाद शव का वाराणसी में ही पोस्टमार्टम कराया जा रहा है। पोस्टमार्टम बाद शाम तक दोनों शव घर आने की संभावना है।
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