सिलेंडर विस्फोट में घायल हुए थे 11, तीन मकान ध्वस्त हुए थे
आजमगढ़ : एक के बाद एक मौतों से क्षेत्र का डोडोपुर गांव अब सहम उठा है। हादसे के बाद से परेशान लोगों की चिता यह कि अब बाकी घायलों का क्या होगा। ऐसे में वह अन्य घायलों की सलामती की दुआ कर रहे हैं। हादसे में घायल महसर की मौत के बाद हाकुर और सैफ की मौत ने लोगों की नींद उड़ा दी है। वाराणसी में भर्ती हाकुर की मौत की खबर मंगलवार को ही आ गई थी। लोग अभी शव आने का इंतजार कर रहे थे कि रात में सैफ (17) पुत्र बेचू की मौत की खबर आ गई। सैफ के शव का पोस्टमार्टम बुधवार को होना था, सो हाकुर का भी शव साथ लाया गया। इधर दिन में ही लोग दो कब्र खोदकर शव के आने का इंतजार करते रहे और रात 10 बजे जैसे ही दोनों शव पहुंचे तो पूरा गांव एक बार फिर रो पड़ा। स्थिति यह है की महसर की मौत के बाद स्वजन और रिश्तेदार गांव नहीं छोड़ पा रहे हैं। कारण कि महसर का शव दफन होने के बाद दो और लोगों के मरने की खबर गांव में आ गई। गांव में 24 सितंबर की शाम रसोई गैस सिलेंडर फटने से उस समय तीन मकान ध्वस्त हो गए थे जब लालमन की बहू जासमीन अपनी ननद नाज के साथ घर में भोजन पकाने को गैस जलाई थी। पहले तो सिलिडर से लपटें उठने लगीं। उसके बाद विस्फोट हो गया था।
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