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आज़मगढ़: अचानक लालगंज सीएचसी पंहुचे कमिश्नर,07 चिकित्सक व कर्मी मिले अनुपस्थित


वेतन काटने और स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने का दिया निर्देश

मिली कमियां तो नाराज हुए कमिश्नर,दिए सख्त निर्देश

आज़मगढ़ -- मण्डलायुक्त विजय विश्वास पन्त ने जनपद में चिकित्सा व्यवस्था को चुस्त दुरुस्त बनाये रखने के उद्देश्य से मंगलवार को लालगंज स्थित सीएचसी (सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र) का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान कुल 07 चिकित्साधिकारियों एवं कर्मियों के अनुपस्थित पाये जाने पर उन्होंने नाराजगी व्यक्त करते हुए सभी अनुपस्थितों का अनुपस्थित तिथि का वेतन काटने तथा स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने का निर्देश दिया। मण्डलायुक्त विजय विश्वास पन्त द्वारा किये गये निरीक्षण के समय विदित हुआ कि उक्त स्वास्थ्य केन्द्र पर प्रभारी चिकित्साधिकारी के अतिरिक्त कुल 55 चिकित्सक एवं कर्मचारी तैनात हैं, जिसमें 32 नियमित एवं 23 संविदा के हैं। तैनात चिकित्साधिकारियों एवं कर्मचारियों की उपस्थिति के निरीक्षण में पाया गया कि अनुपस्थित चिकित्साधिकारी डा.दीपक प्रजापति को मईखरगपुर में कैम्प करना बताया जबकि बीएचडब्ल्यू रवि आर्या के लगातार अनुपस्थित रहने के सम्बन्ध में उनके पिताजी के हार्ट का आपरेशन होना बताया गया परन्तु दोनों की अनुपस्थिति के सम्बन्ध में कोई अभिलेख प्रस्तुत नहीं किया गया। इसी प्रकार चिकित्साधिकारी डा.सुनील दत्त राम, डा.फणीश कुमार, डा. आनन्द कुमार, डा. अमर बहादुर सिंह एवं एचईओ प्रियंका सिंह भी अनुपस्थित मिले। निरीक्षण में पाया गया चिकित्साधिकारी डा. अमर बहादुर सिंह, जिनकी ड्यूटी सोमवार को इमर्जेन्सी की लगाई गयी है, इस माह में लगातार अनुपस्थित चल रहे हैं, जबकि इसके बावजूद इन्हें अनुपस्थित भी नहीं किया गया है। मण्डलायुक्त श्री पन्त ने इस स्थिति पर सख्त नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि इससे स्पष्ट होता है कि सोमवार को इमरजेन्सी में किसी के द्वारा ड्यूटी नहीं की जाती है। मण्डलायुक्त ने इस स्थिति पर सख्त नाराजगी व्यक्त करते हुए इसे प्रभारी चिकित्साधिकारी डा.मनोज कुमार की घोर लापरवाही माना तथा तत्काल अपेक्षित सुधार लाने हेतु निर्देशित किया। मण्डलायुक्त श्री पन्त ने इसी क्रम में सीएचसी के स्टोर रूप का भी निरीक्षण किया जिसमें मौके पर मौजूद दवाओं और रजिस्टर के अंकन में गंभीर अनियमितता पाई गयी। महिला वैक्सीनेश्न वार्ड में वैक्सीनेशन होना भी नहीं पाया गया। इसके अलावा जननी सुरक्षा योजना के निरीक्षण में पाया गया कि एक लाभार्थी छाया पत्नी अजीत का भुगतान अप्रैल 2020 से रुका हुआ है, जबकि एक अन्य लाभार्थी मीना का भी भुगतान लम्बित है तथा उनका फार्म भी मौके पर नहीं पाया गया। इस पर उन्होंने बेसिक हेल्थ वर्कर पर सख्त नाराजगी व्यक्त किया तथा प्रभारी चिकित्साधिकारी को तत्काल रिव्यूव कर सभी कमियों को दूर करने हेतु निर्देशित किया।

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रिपोर्ट आज़मगढ़ लाइव

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