मुबारकपुर पुलिस ने किया खुलासा, पड़ोसी महिला गिरफ्तार, दो अन्य की तलाश
मृतका के जेवर बरामद,बोर में डाल गढ्ढे में फेंकी थी लाश
आजमगढ़: मुबारकपुर थाना क्षेत्र में एक सप्ताह पूर्व हुई बुजुर्ग महिला की हत्या का खुलासा करते हुए इस वारदात में शामिल पड़ोसी महिला को शुक्रवार की सुबह गिरफ्तार कर लिया। इस मामले में पुलिस घटना को अंजाम देने वाले दो आरोपियों की तलाश कर रही है। पुलिस ने गिरफ्तार महिला के कब्जे से मृतका के लूटे गए जेवरात भी बरामद कर लिए हैं। हत्या व जेवर लूट की वारदात शक के चलते हुई बताई गई है। गौरतलब है कि मुबारकपुर थाना क्षेत्र के ग्राम अमरौला देह बनकट (अशरफ पुर) निवासी 75 वर्षीय धनमत्ती देवी उर्फ धनिया पत्नी स्व. मंगरू सोनकर बीते एक अगस्त को दिन में घर से अपनी सब्जी की दुकान गई और अचानक लापता हो गई। सुराग न मिलने पर उसके परिजनों ने मुबारकपुर थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई। दो अगस्त की दोपहर में लापता धनमत्ती देवी का शव पुरुषोत्तमपुर बाजार से कुछ दूरी पर स्थित गड्ढे से बरामद किया गया। मृतका के शव को बोरे में बंद कर फेंका गया था, साथ ही उसके शरीर पर मौजूद जेवर गायब थे। इस मामले में मृतका के पुत्र रामचंदर सोनकर ने अज्ञात के खिलाफ हत्या व लूट का मुकदमा दर्ज कराया। घटना की विवेचना में जुटी पुलिस को मिले तथ्यों के आधार पर पुरुषोत्तमपुर बाजार में मृतका की सब्जी की दुकान के सामने रहने वाली विधवा महिला पर शक हुआ और पुलिस उस पर निगाह रखने लगी। संदेह की पुष्टि होने पर शुक्रवार की सुबह पुलिस ने मृतका कि पड़ोसी आशा देवी पत्नी स्व. गोरख चौहान को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ के दौरान पकड़ी गई महिला ने पूरी वारदात का खुलासा कर दिया। गिरफ्तार महिला आशा देवी क्षेत्र के बगहीडांड़ गांव की निवासी है। पति की मौत के बाद वह पुरुषोत्तमपुर बाजार में सौंदर्य प्रसाधन सामग्री की दुकान खोल कर वही रहती थी। व्यवसाय के सिलसिले में आते-जाते आशा देवी के संबंध जीयनपुर कोतवाली क्षेत्र के देवापार ग्राम निवासी शमीम पुत्र अकरम एवं पाढ़ू पुत्र जुगुनी से हो गए। दोनों का विधवा आशा के आवास पर आना-जाना था। इस बात की चर्चा धीरे-धीरे क्षेत्र में होने लगी और आशा देवी ने दुकान के सामने सब्जी बेचने वाली धनमत्ती देवी को अपने सम्बन्धो में बाधक मान लिया। आशा देवी ने अपने दोनों अतरंग मित्रों के साथ धनमत्ती देवी को रास्ते से हटाने की योजना बना ली। योजनानुसार बीते एक अगस्त की दोपहर घर से अपनी दुकान पहुंची धनमत्ती देवी को आशा देवी ने बहाने से अपने कमरे में बुला लिया। बुजुर्ग महिला उसके कमरे में पहुंची जहां पहले से मौजूद शमीम व पाढ़ू ने धनमत्ती देवी की गला घोंटकर हत्या कर दी। साक्ष्य छिपाने के लिए मृतका के शरीर पर मौजूद जेवर निकाल निकाल दिए गए और रात में शव को बोरे में बंद कर घटनास्थल से कुछ दूरी पर स्थित एक भट्टे के नजदीक गड्ढे में फेंक दिया गया। घटना का खुलासा करते हुए पुलिस ने वारदात में शामिल महिला की गिरफ्तारी के साथ ही फरार चल रहे अन्य दो आरोपियों की तलाश में दबिश दे रही है।
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