निर्धारित 15 वर्ष बीतने के बाद एआरटीओ की नोटिस पर भी नही पंजीकृत हुए वाहन
पीएम द्वारा 'वेहिकल स्क्रेपेग पॉलिसी' की घोषणा के बाद प्रशासन को गाइडलाइंस का इंतजार
आजमगढ़: निर्धारित पंद्रह साल बीतने के बाद भी जिले में करीब 68 हजार से अधिक वाहनों का अब तक पंजीकरण नहीं हो सका है। जबकि पंजीकरण कराने और फिटनेस जांच के लिए एआरटीओ प्रशासन की तरफ से वाहन स्वामियों को कई बार नोटिस दिया जा चुका है। बीते शुक्रवार को प्रधानमंत्री की घोषणा के बाद ऐसे वाहन स्वामियों में हड़कंप मचा हुआ है। जबकि एआरटीओ विभाग शासन से जारी होने वाली गाइड लाइन का इंतजार कर रहा। नियम का पता चलते ही कार्रवाई शुरू कर दी जाएगी। एआरटीओ प्रशासन सत्येंद्र कुमार यादव ने बताया कि रिकार्ड खंगालने पर पता चला कि जिले में करीब 60 हजार से अधिक छोटे-बड़े वाहनों का पंजीकरण नहीं है। जबकि ऐसे वाहन बगैर पंजीकरण कराए ही फर्राटा भर रहे हैं। जिन वाहनों का पंजीकरण नहीं हुआ है। उन वाहनों की सूची खंगालते हुए विभाग की तरफ से कई बार पंजीकरण कराने के लिए नोटिस भेजी गई, लेकिन वाहन स्वामी पंजीकरण कराने में कोई रुचि नहीं ले रहे हैं। ऐसे वाहनों में मोटर साईिकल,स्कूटर, कार, बस आदि शामिल है। इन वाहनों की वैधता समाप्त होने के बावजूद पंजीकरण नहीं कराया गया। एआरटीओ प्रशासन ने बताया कि पंजीकरण फेल होने वाले 68 हजार वाहन स्वामियों को कई बार नोटिस भेजी जा चुकी है। शुक्रवार को प्रधानमंत्री ने भी इसकी घोषणा कर दी है। ऐसे में शासन से जारी होने वाली नई गाइड लाइन का इंतजार है। आदेश मिलते ही बगैर पंजीकरण या फिटनेस वाले वाहनों को सड़क पर नहीं चलने दिया जाएगा।
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