रविवार को संपूर्ण लॉकडाउन रहा तो सोमवार को पंचायत चुनाव के कारण सार्वजनिक अवकाश घोषित था
आजमगढ़ : रविवार के बाद सोमवार को भी शहर से लेकर गांव तक की दुकानें बंद रहीं। यानी, लगभग 46 घंटे कोरोबार ठप रहा। आवश्यक कार्य के लिए कुछ लोगों के आवागमन को छोड़ दिया जाए तो हर तरफ सन्नाटे की स्थिति दिखी। वैश्विक महामारी कोरोना की दूसरी लहर की बढ़ती रफ्तार पर रोक लगाने के लिए रविवार को संपूर्ण लॉकडाउन रहा। सोमवार को भी पंचायत चुनाव के कारण सार्वजनिक अवकाश घोषित कर दुकानें बंद करने का आदेश दिया गया था, जिसका असर शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में भी देखने को मिला। मेडिकल हाल, निजी अस्पताल सहित आवश्यक सेवाओं को छोड़कर अन्य सभी प्रतिष्ठान बंद रहे। शहर व नगर निकायों के लोग जिन्हें पंचायत चुनाव से कोई मतलब नहीं था, वे अपने घरों में अवकाश का आनंद लेते रहे। शहर के हर्रा की चुंगी से लेकर पहाड़पुर, तकिया, पुरानी कोतवाली, मुख्य चौक, शंकर जी तिराहा मातबरगंज, बड़ादेव, सिविल लाइंस, सिधारी, पुरानी सब्जीमंडी, सिधारी, सिविल लाइन, कलेक्ट्रेट क्षेत्र, रैदोपुर,हरबंशपुर, पहलवान तिराहा सहित सभी प्रमुख बाजारों की दुकानें बंद रहीं। आवश्यक कार्य से ट्रेन या बस से यात्रा करने वाले कुछ लोग देखे गए। इक्का-दुक्का मिले ई-रिक्शा या फिर निजी वाहनों से लोग रेलवे स्टेशन और बसअड्डा पहुंचे। शहरी क्षेत्र में कुछ स्थानों पर खीरा, फल, गन्ना जूस के ठेले नजर आए। वहां भी इक्का-दुक्का ही ग्राहक दिखे।
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