रामचरितमानस का श्रवण करने से मनुष्य का जीवन सरल हो जाता है- श्री सर्वेश जी महाराज
आज़मगढ़: बाबा भवरनाथ जी मंदिर प्रांगण में नौ दिवसीय संगीतमय श्रीरामचरितमानस कथा एवं ज्ञान यज्ञ का शुभारंभ बुधवार को दीप प्रज्वलन के साथ हुआ। बाबा भवरनाथ जी मंदिर समिति द्वारा आयोजित श्री रामचरितमानस कथा के प्रथम दिन अयोध्या से पधारे पूर्व सांसद डॉ राम विलास वेदांती जी महाराज के शिष्य प्रेम मूर्ति युवा संत श्री सर्वेश जी महाराज ने कहा कि श्री रामचरितमानस हिंदू समाज का दर्पण है। आध्यात्मिक चेतना की जागृति सत्संग से होती है और कितना भी उद्दंड व्यक्ति क्यों न हो अच्छे व्यक्ति या संत के संगत में आने से अच्छा बन ही जाता है। जैसे पारस की संगत में आने से लोहा हो चाहे पत्थर वह भी सोना बन जाता है उसी प्रकार रामचरितमानस का श्रवण करने से मनुष्य का जीवन सरल हो जाता है। भगवान की कथा सदा सपरिवार सुननी चाहिए जिससे परिवार में संस्कार आता है। इसीलिए सत्संग को संस्कार की जननी भी कहा जाता है। प्रवचन के बीच में सर्वेश जी महाराज ने श्रद्धालुओं से निवेदन किया कि दो गज की दूरी मास्क है जरूरी, तथा मास्क का वितरण भी करवाया तथा लोगों से निवेदन भी किया कि मास्क लगाकर ही कथा सुनने आए। कथा में एसओ कंधरापुर, विपिन सिंह डब्बू, डॉक्टर सलमानी, अमर देव सिंह, अनिल सिंह मामा, श्रवण कुमार सिंह, राजेश रंजन आदि लोग उपस्थित रहे।
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