उत्तर प्रदेशीय मिनिस्ट्रीयल कलेक्ट्रेट कर्मचारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष ने गिनाई समस्याएं
एस्मा लगाकर प्रजातंत्र में मिले नैतिक अधिकार समाप्त करने पर तुली है: सुशील कुमार त्रिपाठी
आजमगढ़: उत्तर प्रदेशीय मिनिस्ट्रीयल कलेक्ट्रेट कर्मचारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष सुशील कुमार त्रिपाठी की अध्यक्षता में बैठक हुई। इस दौरान कर्मचारियों से जुड़ी विभिन्न समस्याओं पर चर्चा की गई। प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि सरकार कोरोना महामारी की आड़ में कर्मचारियों को मिलने वाली सुविधाओं से वंचित कर रही है। संघ की मांगों और कर्मचारी समस्याओं पर ध्यान नहीं दे रही है। राज्य सरकार एस्मा लगाकर प्रजातंत्र में मिले नैतिक अधिकार को भी समाप्त करने पर तुली है। कहाकि जब कर्मचारी स्वत: कोरोना महामारी को देखते हुए किसी आंदोलन की चेतावनी भी नहीं दी। ऐसी स्थिति में एस्मा लगाना सरकार की हताशा का परिचायक है। बताया कि मुख्य सचिव ने शासनादेश जारी करके सभी विभागों के अपर मुख्य सचिव और विभागाध्यक्षों को आदेशित किया है कि प्रत्येक माह मान्यता प्राप्त सेवा संघ के प्रतिनिधिमंडल के साथ बैठक करके उनकी मांगों और समस्याओं का समाधान किया जाए। लेकिन एक वर्ष से अधिक का समय व्यतीत होने के बाद भी शासन स्तर पर कोई बैठक आयोजित नहीं की गई। नतीजा संघ की परिपक्व मांगें भी शासन में अनावश्यक लंबित पड़ीं हैं। ऐसे में कभी भी पूरे प्रदेश में गंभीर आंदोलन की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। संघ के प्रांतीय मुख्य सचेतक अजीत उपाध्याय ने कहा कि यदि सरकार समय रहते हमारी मांगों का सम्मानजनक निराकरण नहीं करती है तो ऐसे आंदोलन किए जाएंगे कि सरकार जिसकी कल्पना भी नहीं कर सकती है। संगठन के दोनों प्रांतीय पदाधिकारियों का जनपद आगमन पर संगठन के जिलाध्यक्ष अरविंद कुमार यादव, जिला मंत्री प्रवीण कुमार राय ने कार्यकारिणी के पदाधिकारियोंं व सदस्यों के साथ माल्यार्पण कर स्वागत व अभिनंदन किया।इस मौके पर ओमप्रकाश दूबे, अशोक श्रीवास्तव, सूर्यभान यादव, अमरजीत यादव, नंदकिशाेर यादव, श्रीप्रकाश मौर्य, कृपानारायण श्रीवास्तव, शिवकुमार विश्वकर्मा, रमाकांत सिंह, वरिष्ठ प्रशासिक अधिकारी अजीत कुमार श्रीवास्तव, प्रशानिक अधिकारी ज्ञानेंद्र मिश्र ज्ञानू, संतोष कुमार श्रीवास्तव आदि थे।
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