श्रीराम कथा जागरण का भी आयोजन किया गया,महोत्सव में कई लोगों को अंगवस्त्रम देकर सम्मानित किया गया
आजमगढ़: प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी समेंदा मेला महोत्सव बड़े ही धूमधाम के साथ सम्पन्न हुआ। मेले में तरह तरह की दुकानें सजी थी। समेंदा के अलावा आसपास के गांव के लोगों ने मेले में बढ़ चढकर भाग लिया। जय मां दुर्गा मेला कमेटी के तरफ से आयोजित समेंदा मेला महोत्सव में कई लोगों को अंगवस्त्रम देकर सम्मानित किया गया। साथ ही श्रीराम कथा जागरण का भी आयोजन किया गया था। मेले के आयोजक सुभासपा के प्रदेश उपाध्यक्ष व प्रवक्ता शशिप्रकाश सिंह मुन्ना समेंदा ने मेला महोत्सव में भाजपा पूर्व जिलाध्यक्ष प्रेमप्रकाश राय, कांग्रेस जिलाध्यक्ष प्रवीण सिंह, जिपं सदस्य यशवंत सिंह शिबली, अमितलता सिंह, श्यामदेव चौहान, कांग्रेस नेता रामअवध यादव, सपा नेता अखिलेश यादव, भाजपा नेता ब्रजेश यादव, ग्राम प्रधान ईस्माईल फारूकी, समाजसेवी प्रवीण सिंह, प्रबन्धक राजेन्द्र प्रसाद यादव, कृष्ण गोपाल सिंह को सम्मानित किया गया। मेले में अयोध्या से आयीं श्रीराम कथा वाचिका पूज्यश्री मानस कोकिला गौरांगी गौरी जी ने भगवान पुरूषोत्तम के जीवन का वर्णन किया। श्रीराम कथा में उन्होने कहाकि कलियुग में भगवान की प्राप्ति का सबसे सरल, किंतु प्रबल साधन रामनाम जप ही है। इसमें एक बहुत बड़ा सद्गुण यह है कि सतयुग में भगवान के ध्यान, तप और त्रेता युग में यज्ञ-अनुष्ठान, द्वापर युग में पूजा-अर्चना से जो फल मिलता था, कलियुग में वह पुण्य श्रीराम के नाम-संकीर्तन मात्र से ही प्राप्त हो जाता है। त्रेता युग में लोग सैकड़ों वर्ष यज्ञ करते थे तो उन्हें फल मिलता था, वो फल कलियुग में भगवान के नाम का कीर्तन करने मात्र से मिल जाता है।कहा कि कलियुग में तो केवल श्री हरि की गुण गाथाओं का गान करने से ही मनुष्य भवसागर की थाह पा जाते हैं। कलियुग में न तो योग और यज्ञ है और न ज्ञान ही है। श्रीराम जी का गुणगान ही एकमात्र आधार है। अतएव सारे भरोसे त्यागकर जो श्रीरामजी को भजता है और प्रेम सहित उनके गुण समूहों को गाता है, वही भवसागर से तर जाता है। नाम का प्रताप कलियुग में प्रत्यक्ष है। नाम जप से बढ़कर कोई भी साधना नहीं है। इस दौरान शशिप्रकाश सिंह मुन्ना ने कहाकि यहां प्रतिवर्ष लगने वाले मेले में सभी लोग बढ़ चढ़कर भाग लेते हैं। समेंदा का मेला भाई चारगी आपसी सौहार्द का संदेश देता है। उन्होने कमेटी के सदस्यां के प्रति आभार प्रकट करते हुए कहाकि इनके सहयोग से ही प्रतिवर्ष यह मेला सकुशल सम्पन्न होता है। इस अवसर पर आलोक सिंह, शैलेन्द्र सिंह सिद्धार्थ, देवदास सिंह, राजेश यादव, दिवाकर, राकेश यादव, कमलेश प्रधान, राजू गुप्ता, गोविन्द यादव, मिठाई लाल, दीपक गोंड़, पवन सिंह, आशीष यादव सहित आदि लोग मौजूद रहे।
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