विद्यार्थियों को डा० कलाम के स्वप्नों को साकार करने और उनके विचारों को आत्मसात करने के प्रति संकल्पित होना चाहिए- विधान तिवारी
आज़मगढ़ : 15 अक्टूबर दिन गुरुवार को करतालपुर स्थित जीडी ग्लोबल स्कूल में विषाणु जनित कोरोना आपदा के कारण बहुत ही सूक्ष्म तरीके से 'भारत रत्न’ से सम्मानित एवं बतौर वैज्ञानिक मिसाइल मैन के नाम से प्रसिद्ध भूतपूर्व राष्ट्रपति की जयंती पर उन्हें शत् शत् नमन करते हुए उनकी प्रतिमा पर विद्यालय के प्रबंधक श्री गौरव अग्रवाल एवं प्रधानाचार्य श्री विधान तिवारी ने माल्यार्पण किया तथा उनके प्रति अपने उद्गार अभिव्यक्त किए। विद्यालय के प्रबंधक ने कहा कि भारतीयता के सबसे बड़े प्रतीक पुरूष, अजातशत्रु, युग-ऋषि, विज्ञान-गन्धर्व कलाम साहब के जीवन में कमाल का वैविध्य था। राष्ट्रपति के रूप में व्यस्त दिनचर्या के बावजूद कुछ वक्त निकाल कर वीणा के तार छेड़ते कलाविद् कलाम और भारतीय विज्ञान को अग्नि की उड़ान देने वाले वैज्ञानिक कलाम बिलकुल अलग-अलग थे। हमें उनके मार्गों का अनुसरण करना चाहिए। विद्यालय के प्रधानाचार्य श्री विधान तिवारी ने उनके कृतित्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि सादगी के सौदर्य को उम्र के साथ निरंतर बढती अपनी ज्ञान पिपासा से क्रमश: निखारने वाले कलाम आज पूरी युवा पीढ़ी के लिए एक आदर्श हैं। संजीदगी सिखाने वाले दुनिया भर के तमाम धर्म-ग्रंथों को अपने जिव्हाग्र पर रखने वाले कलाम, मानवीय गुणों को समग्रता के साथ सुलभता से धारण करने वाले डॉ0 ए.पी.जे अब्दुल कलाम आज हम सबके मध्य नहीं हैं परंतु उनके एक एक शब्द उनकी जीवंतता का एहसास कराते हैं। विद्यार्थियों को डॉक्टर कलाम के जन्मदिवस पर उनके स्वप्नों को साकार करने और अपने जीवन में उनके विचारों को आत्मसात करने के प्रति संकल्पित होना चाहिए। इस अवसर पर विद्यालय की उपप्रधानाचार्या श्रीमती मधु पाठक, प्राध्यापिका श्रीमती सपना सिंह ने अपने विचार अभिव्यक्त किए। विद्यालय के समस्त अध्यापक परिवार सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए इस अवसर पर उपस्थित थे।
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