ऐन वक्त पर पहुंचे युवती के मां-पिता ने बेटी को बचाने के बजाए मर्डर में किया सहयोग
09 सितम्बर को बेसो नदी में मिला था शव, तीनों गिरफ्तार
आजमगढ़ : बेवफा निकला प्रेमी। युवती ने उसे खुद को सौंपते हुए कहीं दूर ले जाने की बात की तो वह जान का दुश्मन बन गया। उसे गला दबाकर मारने डालने की कोशिश करने लगा। शोर मचा तो युवती के मां-पिता भी आ गए, लेकिन बिटिया को बचाने के बजाए मर्डर में उसका सहयोग किया। वारदात की तफ्तीश में जुटी पुलिस सच्चाई जानने के बाद तीनों आरोपितों को गिरफ्तार कर पूछताछ की तो सच्चाई सामने आ गई। पूरे दिन यह घटना इलाके में सुर्खियों में छाई रही। एसपी ने बताया कि युवती का नौ सितंबर को बेसो नदी में शव मिला था। वह बरदह क्षेत्र के पिछौरा गांव की रहने वाली थी। उसका गांव के ही एक युवक चंदू से प्रेम चल रहा था। छह सितंबर की रात को जब स्वजन घर पर नहीं थे तो युवती ने चंदू को मिलने के लिए घर पर बुलाया। इधर युवती की शादी उसके पिता ने दूसरी जगह तय कर दी थी। चंदू जब युवती के घर पहुंचा तो वह बोली कि मुझे कहीं दूर भगा ले चलो। चंदू ने जब मना किया तो युवती ने दबाव बनाना शुरू कर दिया, लेकिन शोर मचा दिया। चंदू अपनी ही प्रेमिका की गला दबाकर हत्या का प्रयास करने लगा। उसी समय युवती के पिता व मां भी आ गए। तीनों ने मिलकर युवती का गला दबा दिया। जब वह बेहोश हो गई तो उसे वे बरदह स्वास्थ्य केंद्र पर ले गए। जौनपुर के लिए डाक्टर ने युवती को रेफर कर दिया। जौनपुर जाते समय रास्ते में ही युवती की मौत हो गई। उसके बाद युवती के शव को पत्थर की पटिया पर लेटाकर साड़ी से बांध दिया और ठेले पर लादकर उसे लेकर आए और बेसो नदी में फेक कर भाग गए थे। पुलिस ने इस हत्याकांड में फरार चल रहे आरोपित चंदू, राम अचल व रामपत्ति देवी को दुबरा बाजार के समीप से गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने ठेला को भी बरामद कर लिया।
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