आयुष्मान योजना का लाभ दिलाने का लालच दे कर लेते थे अंगूठे के निशान और दस्तावेज
आयुष्मान के फॉर्म, क्लोन फिंगरप्रिंट एवं फिंगरप्रिंट बनाने के उपकरण बरामद
आजमगढ़। प्रधानमंत्री आयुष्मान योजना फॉर्म पर लोगो के अगूंठे का छाप लेकर उसकी बायोमेट्रिक क्लोनिंग के जरिए खातों से रुपये उड़ाने वाले दो साइबर अपराधियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पुलिस ने गिरफ्तार साइबर अपराधियों के पास से क्लोन फिंगरप्रिंट एवं फिंगरप्रिंट बनाने के उपकरण बरामद किया है। बीते 16 सितंबर को ऐसी ही घटना के पीड़ित सुजीत यादव सहित बिहरोजपुर के लोगों ने सिधारी थाने में शिकायत दर्ज कराई थी कि उनके बैंक खातों से विभिन्न तिथियों में आधार कार्ड के माध्यम से लाखों रुपये निकाल लिए गए है। पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी थी। शनिवार को पुलिस ने इस मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया। घटना की जानकारी देते हुए पुलिस अधीक्षक आजमगढ़ सुधीर कुमार सिंह ने बताया कि प्रकरण को संज्ञान लेते हुए अपर पुलिस अधीक्षक अपराध सुधीर जायसवाल के निर्देशन में प्रभारी निरीक्षक सिधारी व साईबर सेल को घटना के अनावरण एवं संलिप्त अभियुक्तों की गिरफ्तारी की जिम्मेदारी दी गई थी। उन्होंने बताया कि यह अपराध बायोमेट्रिक क्लोनिंग के जरियें किया गया है। इसमें पहला अभियुक्त राकेश कुमार पुत्र बसंतु फूलपुर थाना के खुरासों का तथा दूसरा अभियुक्त आदित्य कुमार जिज्ञासु पुत्र जगदीश चंद सिधारी थाना के हरबंशपुर का रहने वाला है। प्रभारी निरीक्षक सिधारी अंशुमान यदुवंशी, प्रभारी साइबर सेल मनीष सिंह ने शनिवार को टीम के साथ दोनों को हरबंशपुर तिराहे से गिरफ्तार किया। पूछताछ में अभियुक्तों ने बताया कि दोनों प्रधानमंत्री आयुष्मान योजना के नाम पर गांव में जाते थे और उसका लाभ दिलाने के नाम पर लोगों से आधार कार्ड एवं अन्य डिटेल लेकर एक अंगूठे की छाप ले लेते थे। फिर उसी अंगुठे की निशान को बटर पेपर पर स्कैन कर लेते है उसके बाद बटर पेपर को रबर पर रखकर थंब इंप्रेशन मशीन के माध्यम से इंप्रेश करते है जिससे उस अंगूठे का निशान रबर या पॉलीमर पर आ जाता है और उस व्यक्ति के अंगूठे का क्लोन फिंगरप्रिंट तैयार हो जाता है। उसके बाद फिंगरप्रिंट के जरिए आधार कार्ड से लिंक बैंक खातों से रुपये निकाल लेते हैं। अभियुक्तों ने बताया कि इसी प्रकार उन्होंने कई लोगों का फिंगरप्रिंट का क्लोन बनाकर बैंकिंग धोखाधड़ी की है।
Blogger Comment
Facebook Comment