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भर्ती कोरोना मरीज के मोबाइल से ही परिजनों से 25 लाख रुपये मांगने के मामले की जांच शुरू

गंभीर हालत में पीजीआई चक्रपानपुर में भर्ती बलिया के मरीज के परिजनों से मांगे गए थे 25 लाख 

कोरोना मरीज के साथ कोई अटेंडेंट नहीं होता है, निर्देश है कि मरीज का मोबाइल उसके पास ही रहेगा -डा. आरपी शर्मा, प्राचार्य, मेडिकल कालेज  

आजमगढ़ : राजकीय मेडिकल कॉलेज व सुपर फैसिलिटी अस्पताल,चक्रपानपुर में भर्ती कोरोना संक्रमित मरीज के मोबाइल से 25 लाख रुपये मांगने के मामले की बुधवार को जांच शुरू कर दी गई। सीओ सदर मोहम्मद अकमल खान ने स्थानीय पुलिस चौकी इंचार्ज मनीष कुमार उपाध्याय के साथ मेडिकल कॉलेज पहुंचकर सीसीटीवी फुटेज खंगाला और जांच हेतु उसकी क्लिप भी ले गए।
हालांकि जांच अभी तक किसी नतीजे पर नहीं पहुंच पाई है। इस बाबत प्राचार्य डा. आरपी शर्मा ने कहा कि वह इस मामले में लगातार मंडलायुक्त सहित उच्च अधिकारियों के संपर्क में हैं। अपने स्तर से उन्होंने रिपोर्ट मंडलायुक्त को भेज दी है। कहा कि इस मामले में मोबाइल और वाट्सएप एक्सपर्ट की राय आवश्यक है। वैसे प्रशासन के साथ इस मुद्दे पर लगातार बातचीत हो रही है। बीते 17 जुलाई को भर्ती बलिया जनपद के बहादुरपुर निवासी 52 वर्षीय कोरोना संक्रमित मरीज को गंभीर अवस्था में सोमवार की शाम बीएचयू के लिए रेफर कर दिया गया तो वही दूसरी तरफ मरीज के ही मोबाइल के वाट्सएप से मरीज की हालत गंभीर बताकर परिजनों व रिश्तेदारों से 25 लाख की मांग करने की बात सामने आई।
प्रधानाचार्य डा. शर्मा ने इस शिकायत पर हैरानी जताते हुए बताया कि नियमानुसार मरीज के साथ कोई अटेंडेंट नहीं होता। शासन का स्पष्ट निर्देश है कि मरीज का मोबाइल स्वयं उसके पास ही रहेगा। ऐसे में मरीज के मोबाइल से 25 लाख की मांग करना अपने आप में जांच का विषय है।

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रिपोर्ट आज़मगढ़ लाइव

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