प्रवासी मुसाफिरों में एक मां के साथ उसके दो छोटे बच्चे थे जो दूध के लिये बिलख रहे थे
आजमगढ़: यूँ तो जब से लॉक डाउन चल रहा है तभी से भारत रक्षा दल हर स्तर पर जरूरतमंदों की मदद कर रहा है पर रविवार को संगठन ने मदर्स डे पर मानवता की मिसाल पेश कर दी। एक माँ की ममता तड़प रही थी अपने भूखे बच्चों को दूध पिलाने के लिये , सूचना मिलते ही संगठन के लोगों ने बच्चे के लिए दूध की व्यवस्था कर दिया । बताते चले कि उक्त परिवार ग्वालियर से सोनभद्र होते हुए दुश्वारियों को झेलते किसी तरह आज़मगढ़ पहुँचा। दो दिनों से भूखे परिवार को भारत रक्षा दल के साथियों ने खाने पीने का उचित प्रबन्ध कर मदद की। उन मुसाफिरों में एक मां के साथ उसके दो छोटे बच्चे थे जो दूध के लिये बिलख रहे थे। भारत रक्षा दल से साथी मनीष कृष्ण को फोन पर सूचना मिली तो दूध लेकर मौके पर पहुंचे। तब बच्चों को मां ने दूध पिलाया बच्चों के मुख पर मुस्कान लौटने पर माँ ने बहुत उन्हें बहुत ही दुआएं दी । इस दौरान परिवार को संस्था के मोहम्मद अफ़ज़ल ने गाड़ी रूकवाकर उनके जिले के लिये रवाना किया। आगे बताया कि हमारे कार्यकर्ताओं शहर से लेकर गांव तक इस विपदा की घड़ी में लोगों की मदद के लिए पूरी तरह से क्रियाशील है। गौरतलब है की भारत रक्षा दल के लोग काफी समय से निस्वार्थ समाज सेवा में जुटे हुए हैं। इनके द्वारा अभी वर्तमान के महामारी प्रकोप में हजारों लोगों को भोजन उपलब्ध कराया गया है और यह सिलसिला अभी जारी है।
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