भगवान परशुराम ने भय, असुरक्षा और भोगलिप्सा का अंत कर लोकतांत्रिक मूल्यों संग धर्म की स्थापना किया -सुभाष चन्द्र तिवारी कुन्दन
आजमगढ: अखिल भारत वर्षीय ब्राह्मण महासभा द्वारा भगवान परशुराम जयंती कोल पाण्डेय स्थित प्रदेश संरक्षक पंडित सुभाष चन्द्र तिवारी कुन्दन के आवास पर सोशल डिस्टेंसिंग के साथ सादगी पूर्वक मनायी गयी। सर्वप्रथम भगवान परशुराम के चित्र के समक्ष विधिवत् पूजन अर्चन करते हुए वैश्विक महामारी कोरोना वायरस से निजात दिलाने के लिए मंगल कामना की गयी। भगवान परशुराम के जीवन पर प्रकाश डालते हुए प्रदेश संरक्षक पंडित सुभाष चन्द्र तिवारी कुन्दन ने बताया कि भगवान परशुराम क्रान्तिवीर और महान तपस्वी थे। उन्होने महाबलशाली, अत्याचारी राजा सहस्रार्जुन और अन्य अधर्मी शासकों का वध करके व्याप्त आतंक, भय, असुरक्षा और भोगलिप्सा का अंत कर लोकतांत्रिक मूल्यों की प्रतिष्ठा और धर्म की स्थापना की। मंडल अध्यक्ष पंडित सौरभ उपाध्याय ने कहाकि भगवान परशुराम ने एकांतवास कर तप से अर्जित पुण्य का सदैव समाज को लाभ दिया। उन्ही के जीवन से प्रेरणा लेकर एकांतवास के जरिये कोरोना वायरस को मात देकर राष्ट्र की सेवा कर सकते है। इस मौके पर पंडित संजय कुमार पांडेय, पंडित निरंकार दत्त तिवारी, पंडित रजनीकांत तिवारी शामिल रहे।
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