गेहूं के साथ दलहनी, तिलहनी व आम की फसलों पर पर मौसम की जबरदस्त मार पड़ी है
आजमगढ़ : बुधवार की आधी रात के बाद जिले के एक बड़े हिस्से में तेज चक्रवाती हवा संग हुई बारिश और ओलावृष्टि ने एक बार फिर किसानों की कमर तोड़ दी है । इससे गेहूं के साथ दलहनी, तिलहनी व आम की फसलों पर पर मौसम की जबरदस्त मार पड़ी है। कई इलाकों में पेड़ धराशायी हो गए तो कई जगह छप्पर और टीनशेड उड़ गए। गनीमत रही कि गुरुवार की सुबह मौसम साफ होने पर किसानों ने थोड़ी राहत की सांस ली। कटाई के बाद खेतों में पड़ी फसल को सुरक्षित करने में लग गए। अंबारी में बारिश एवं ओलावृष्टि से गहूं, सरसों, चना, मटर, अरहर, आम आदि की फसलों को काफी नुकसान पहुंचा। तेज हवा के कारण कई जगहों पर छप्पर व टीनशेड उड़ गए। फूलपुर में हल्की बारिश संग ओला वृष्टि ने मटर, सरसों की फसल को तो नुकसान पहुंचाया ही, जो फसल काटकर छोड़ी गई थी उसे बचाना चुनौती बन गई है। खेतों में तैयार गेहूं की फसल हवा के झोंके से पलट गई। दीदारगंज में क्षेत्र में चक्रवाती तूफान से कई पेड़ गिर गए और नौ लोग घायल हो गए। दर्जनभर से ज्यादा कच्चे मकान क्षतिग्रस्त हो गए और विद्युत आपूर्ति भी बाधित हो गई। लालगंज में नगर क्षेत्र के अलावा, अहिरौली, अकोल्ही, कोटा, रणमो, चन्देवरा, रामपुर बढ़ौना, गौरीपुर आदि गांवों में बुधवार की रात आंधी के साथ ओलावृष्टि से गेहूं, चना, मटर, सरसों, अरहर, प्याज, लहसुन, सब्जी आदि फसलें नष्ट हो गईं। किसानो का कहना है की इस अनहोनी से उनकी कमर टूट गयी है। मेंहनगर में भी ओला वृष्टि से दलहनी के साथ सब्जी की फसल को भी नुकसान हुआ है। गेहूं की फसल पलट गई।
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