आजमगढ़: फूलपुर कोतवाली में तैनात महिला आरक्षी पूजा सिंह ने शुक्रवार की शाम को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। घटना की जानकारी लोगों को उस समय हुई जब दूध देने आए दूधिए ने दरवाजा खुलवाने का प्रयास किया। वहीं किराएदारों ने अधिकारियों को जानकारी दी गई तो रात में ही एसपी समेत अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे और शव को कब्जे में लेकर पुलिस विधिक कार्यवाही में जुट गई है। चंदौली जिले के चकिया गांव की मूल निवासी पूजा सिंह (24) पुत्री राजकुमार सिंह 2018 बैच की महिला आरक्षी थी। वह फरवरी 2019 से फूलपुर कोतवाली में तैनात थी। फूलपुर कस्बा के स्टेट बैंक के समीप एक किराए के मकान में रहती थी। शुक्रवार की शाम को महिला आरक्षी ने किसी समय अपने कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। वह देर शाम तक जब ड्यूटी पर नहीं पहुंची और किराएदारों ने आशंता जताई तो थाने के सिपाही रात 8 बजे पता करने उसके आवास पर पहुंचे। आवास का दरवाजा अंदर से बंद था, खटखटाने पर भी अंदर से कोई प्रतिक्रिया नहीं हुई। उसके बाद लोगों ने कमरे का दरवाजा तोड़ा गया तो महिला आरक्षी का शव फंदे से लटका हुआ मिला। वहीं रात में ही महिला कांस्टेबल द्वारा आत्महत्या की सूचना मिलते ही एसपी प्रोफेसर त्रिवेणी सिंह, एसपी ग्रामीण एनपी सिंह, सीओ फूलपुर समेत अन्य अधिकारी मौके पर पहुंच गए। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। आत्महत्या की वजह परिवारिक कलह बताई जा रही है। पुलिस आरक्षी के मोबाइल के जरिए असलियत जानने में जुटी है। वहीं परिजनों को सूचना देर रात ही दे दी गई तो तड़के तक परिजन मौके पर पहुंच गए। वहीं शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजने के साथ ही पुलिस मामले की छानबीन में जुट गई। फूलपुर में रियाजुद्दीन के मकान के पहली मंजिल पर अकेले किराए के मकान में रहने वाली पूजा सिंह के कमरे पर साढ़े सात बजे दूध वाला आया। दूध लेने के चक्कर में सभी किराएदारों ने बारी-बारी से कमरे को खोलवाने का प्रयास किया लेकिन नही खुलने पर पुलिस को अवगत कराया। जिले के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक तक मौके पर आ गए और जानकारी होने के साथ ही परिवार से लोग आ गए। इसके बाद दरवाजा तोड़कर रस्सी के सहारे लटक रही लाश को उतारा गया। आनन फानन भोर में करीब 4.30 बजे पोस्टमार्टम के लिए शव को भेज दिया गया
Blogger Comment
Facebook Comment