महिलायें जब भी वापस जाने को होतीं उन्हें फिर से विरोध प्रदर्शन को उकसाने वालों को किया गया है गिरफ्तार - डीएम
आजमगढ़ : सीएए के विरोध में बिना अनुमति बिलरियागंज में धरनारत महिलाओं के संबंध में उलेमा कौसिल के महासचिव मौलाना ताहिर मदनी और राष्ट्रीय अध्यक्ष आमिर रशादी के अलावा और कई मौलानाओं से बात हुई। सभी आश्वासन देते रहे कि कुछ देर में महिलाएं चलीं जाएंगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। महिलाओं को समझाने को एसपी के साथ मै रात लगभग 11 बजे गया। 90 फीसद महिलाएं मेरी बातों से सहमत होकर जाने भी लगीं, लेकिन गलियों में खड़े 50 से 100 की संख्या में युवक उन्हें डरा व उकसा कर वापस भेज दे रहे थे। जिलाधिकारी नागेंद्र प्रसाद सिंह ने बुधवार को पत्रकार वार्ता में जानकारी दी। कहा कि भोर के लगभग 4.30 बज गए और महिलाएं डर से जमीं रहीं तो फोर्स के साथ हम सभी बिलरियागंज ब्लाक परिसर में लौट गए। वहां महिलाओं को आंदोलन के लिए पुलिस द्वारा चिन्हित उकसाने वालों को गिरफ्तार करने का निर्णय हुआ। गिरफ्तारी के दौरान पुलिस पर ईंट-पत्थर भी फेंके गए। बिलरियागंज थाने की गाड़ी क्षतिग्रस्त हो गई। जिसके बाद आंसू गैस के गोले छोड़े गए। उसके बाद महिलाएं घर चली गईं। उन्होंने महिलाओं पर पानी की बौछार की बात को खारिज किया। कहा घटना की पुनरावृत्ति न हो इसलिए धरना स्थल वाले बाग में पानी जरूर भरवाया गया है। जिलाधिकारी ने स्पष्ट किया की गिरफ्तार हुए डेढ़ दर्जन लोग वही हैं जो महिलाओं को उकसाते रहे और बाद में पथराव तक कर दिया ।
Blogger Comment
Facebook Comment