स्वामी विवेकानन्द संस्थान का आयोजन : स्वामी जी के आदर्श आज भी युवाओं के लिए प्रासंगिक है - एनपी सिंह , एसपी ग्रामीण
आजमगढ़। स्वामी विवेकानन्द संस्थान की ओर से स्वामी विवेकानन्द जी के जयंती के उपलक्ष्य में शहर के सिधारी स्थित राहुल प्रेक्षागृह में भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रम, सम्मान समारोह का आयोजन रविवार की देर शाम किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ स्वामी जी के चित्र के समक्ष पूर्व नपा अध्यक्ष इंदिरा देवी जायसवाल, डा शारदा सिंह द्वारा दीप प्रज्जवलित कर किया गया। इसके बाद प्रार्थना व नैंसी ने सरस्वती वंदना कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। सांस्कृतिक कार्यक्रमों में सर्वोदय पब्लिक स्कूल, राहुल चिल्ड्रेन एकेडमी, प्रतिभा निकेतन, इंटरनेशनल पब्लिक स्कूल व हाटवर्ड डांस एकेडमी ने लोक नृत्य व देश भक्ति गीतों से कार्यक्रम में समां बांधा। तद्पश्चात संस्था के स्मारिका का विमोचन किया गया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए एसपी ग्रामीण एनपी सिंह ने कहा कि आज के समय में स्वामी जी के व्यक्तित्व और कृतित्व की समाज को अति आवश्यकता है। जिससे आज की युवा पीढ़ी प्रेरणा लेकर भारत वर्ष को एक अहिसंक देश के रूप में विकसित कर सकती है। स्वामी जी के आदर्श आज भी युवाओं के लिए प्रासंगिक है। आज के युवाओं को स्वामी जी के बारे में अवश्यक जानना चाहिए। जिससे उनका भी भविष्य उज्जवल हो सकें। सीएमओ डा एके मिश्र ने कहा कि भारतीय समाज को एक नई दिशा देने में स्वामी जी की अहम भूमिका रही है। पूरे दुनिया में उनके व्यक्तित्व से भारत की पहचान बनी, जो प्रेरणादायक है। बनवारी लाल जालान ने कहा कि शिकागो की धर्म सभा में स्वामी जी का उद्बोधन पूरे दुनिया के जनमानस को हिलाकर रख दिया और भारतीयता को पहचानने के लिए पूरी दुनिया आतुर हो गयी। अध्यक्षीय संबोधन में डा शारदा सिंह ने कहा कि संस्था द्वारा स्वामी जी के उद्देश्यो को जन-जन तक पहुचांया जा रहा है, वास्तविकता है कि आज के समय में जो असंतुलन पूरे दुनिया में है, इसके लिए स्वामी जी के विचारां को आत्मसात करने की आवश्यकता है। अन्य वक्ताओं में राजेन्द्र यादव, शिक्षक नेता सुरेन्द्र प्रताप सिंह, डा. रविन्द्र राय, इंदिरा देवी जायसवाल, अरविन्द गुप्त, डा भक्तवत्सल आदि शामिल रहे। इस दौरान पर्यावरण के लिए काम कर रहे डा अजीत पांडेय और तमसा परिवार को एवं कला के क्षेत्र में योगदान के लिए फाइन आर्ट सेंटर को सम्मानित किया गया। इस अवसर पर नगर पालिका अध्यक्ष शीला श्रीवास्तव, डा अखिलेश चन्द्र, रमाकांत वर्मा, सीताराम पांडेय, डा गीता सिंह, प्रवीण सिंह, डा लीना मिश्रा, डा सोनी पांडेय, नरेन्द्र सिंह, डा कौशलेन्द्र, विनय मिश्रा, मनोज सिंह, पद्माकर लाल घुट्टुर, रज्जन वर्मा, मनोज बरनवाल, ओम पोद्दार, अनीता साइलेस, सूरज श्रीवास्तव, कृपाशंकर पाठक, आदि मौजूद रहे। संचालन सुनील दत्त विश्वकर्मा ने किया। अंत में आंगुतकों के प्रति संस्था के महाप्रबंधक विभाष सिन्हा ने सभी के प्रति आभार जताया। कार्यक्रम को सफल बनाने में सुरेश केसरी, श्रीचन्द्र, संतोष, राजीव, जयप्रकाश, प्रदीप, अजय, शरद गुप्ता, त्रिलोकी, श्रवण, अशोक शामिल रहे।
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