मासूम बच्ची से दुष्कर्म के मामले में एसपी ने महिला पुलिस व संस्थान सदस्यों की संयुक्त टीम गठित कर जांच करने का निर्देश दिया
आजमगढ़: ’’यत्र नारियस्तु पूज्यन्ते, तत्र रमन्ते देवता’’ को पूजने वाले देश में बढ़ते यौंन हिंसा के खिलाफ नारी शक्ति संस्थान की सचिव डा पूनम तिवारी के नेतृत्व में मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा गया। जिसमे नारियों की स्थिति को दयनीय और चिंतनीय बताते हुए नौ सूत्री मांग पत्र ज्ञापन सौंपा गया। इसके साथ ही संस्था का प्रतिनिधिमंडल एसपी प्रो0 त्रिवेणी सिंह से भी मिला और पत्र सौंपा। एसपी ने तत्काल महिला पुलिस व संस्थान सदस्यों की संयुक्त टीम गठित कर जांच करने का निर्देश दिया है। सौंपे गये ज्ञापन में संस्थान सचिव डा पूनम तिवारी ने बताया कि बीते 24 जनवरी 2020 की रात जीयनपुर थाना अंतर्गत छह वर्ष की मासूम बच्ची को अगवा कर उसके साथ दुष्कर्म से नारी समाज बुरी तरह से आहत व आक्रोशित है। नौ सूत्री मांग पत्रों में दुष्कर्म विरोधी कानून का विस्तार करके उसे ओर कठोरतम बनाने, दुष्कर्मियों को शीध्र मृत्युदंड का प्रावधान करने, देश की शिक्षा पद्धति को संस्कार दायक बनाने, कानून में ऐसे प्रावधान हो जिसके तहत दुष्कर्म के पीड़िता के परिजन व पीड़िता दोनों को सुरक्षा व आर्थिक संरक्षण प्रदान किये जाने, तहसील अथवा ब्लाक स्तर पर न्यायालयों की ऐसी व्यवस्था करने, जिसमे पीड़िता को न्याय के लिए बहुत दूर तक न जाना-आना पड़े, उत्कृष्ट जांच एवं पूर्ण चिकित्सा की व्यवस्था, तहसील एवं ब्लाक स्तर पर ही उपलब्ध कराने, ऐसे कृत्य को अंजाम देने वालों को कड़ी से कड़ी सजा सार्वजनिक रूप से जनता के बीच में देने, भारत जैसे सांस्कृतिक देश में इंटरनेट पर पोर्न वीडियो को पूर्णरूप से प्रतिबन्धित किये जाने, पुलिस को आधुनिक सुविधाओं से लैस किये जाने ताकि दोषियों की तत्काल गिरफ्तारी संभव हो सके की मांग शामिल की गयी। इस अवसर पर डा मनीषा मिश्रा, रश्मि डालमिया, आभा अग्रवाल, दीपशिखा पांडेय, किरण यादव, पूनम जसपाल सिंह, सुधा तिवारी, उमा प्रजापति, ममता शर्मा, अमिता श्रीवास्तव, डा नेहा दुबे, सिम्मी भाटिया आदि शामिल रही।
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