शौकत कैफी के निधन से नाट्य व सिनेमा जगत की अपूरणीय क्षति - अभिषेक पंडित,वरिष्ठ रंगकर्मी
आजमगढ़ : प्रसिद्ध नाट्य संस्था सूत्रधार की ओर से रविवार को शहर के शारदा टॉकीज परिसर में रंगकर्मी अभिषेक पंडित की अध्यक्षता में शोक सभा हुई। इस दौरान इप्टा की वरिष्ठ रंगकर्मी शौकत कैफी के इंतकाल पर शोक व्यक्त किया गया। अभिषेक पंडित ने कहा कि रंगमंच व हिदी चलचित्र की बेहतरीन अदाकारा और इप्टा की वरिष्ठ साथी शौकत आजमी लंबे समय से गंभीर बीमारी से जूझते हुए इस दुनिया से रुखसत हुईं। मरहूम शायर व फिल्म गीतकार कैफी आजमी से शौकत की मुलाकात एक मुशायरे के दौरान हुई थी। कैफी साहब एक नज्म 'औरत' पढ़ रहे थे कि शौकत को यह नज्म इतनी भा गई कि उन्होंने अपना दिल दे दिया और जब अपने प्यार का इजहार करते हुए ऑटोग्राफ लेने गईं तो दोनों की जिदगी का कारवां वहीं से साथ चल पड़ा। एक बार इस बात को उनकी बेटी शबाना आजमी ने पटना इप्टा के वार्षिकोत्सव में कुछ इस तरह बयां किया था। वह नज्म थी उठ मेरी जान, मेरे साथ-साथ ही चलना है तुझे..'। मशहूर अदाकारा शौकत कैफी ने रंगमंच के साथ ही हिदी सिनेमा जगत में अपने अभिनय से लोगों के दिलों पर अमिट छाप छोड़ी। हकीकत, गरम हवा, हीर-रांझा, उमराव जान, सलाम बांबे, बाजार, साथिया आदि उनकी चर्चित फिल्म थी। उनके निधन से नाट्य व सिनेमा जगत की अपूरणीय क्षति हुई है जिसे आने वाला समय कभी पूर्ण नहीं कर सकेगा। इस मौके पर सूत्रधार संस्था के अध्यक्ष डा. सीके त्यागी, रंगकर्मी ममता पंडित, अलका सिंह, संदीप, रितेश रंजन, सुनील यादव, पुनीत यादव, ज्ञानेंद्र यादव आदि थे।
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