चेतावनी दी कि अगर उनके धन को सुरक्षित नहीं किया गया तो आंदोलन आगे भी जारी रहेगा
आजमगढ़ : सीपीएफ, जीपीएफ में हुए घोटाले को लेकर विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति ने मोर्चा खोल दिया है। सोमवार को विद्युत कर्मियों ने मुख्य अभियंता कार्यालय पर धरना-प्रदर्शन के साथ जमकर नारेबाजी की। चेतावनी दी कि अगर उनके धन को सुरक्षित नहीं किया गया तो आंदोलन आगे भी जारी रहेगा। क्षेत्रीय अध्यक्ष जयप्रकाश यादव ने कहा कि कर्मचारियों की गाढ़ी कमाई का पैसा यूपी पीसीएल ट्रस्ट द्वारा डीएचएफएल जैसी ब्लैक लिस्टेड कंपनी में निवेश कर दिया गया। इससे कर्मचारियों का जमा धन व उनका भविष्य दोनों अंधकारमय बना हुआ है। उन्होंने मांग की कि मुख्यमंत्री तत्काल प्रभावी हस्तक्षेप करते हुए तत्काल सीपीएफ/जीपीएफ का भुगतान सुनिश्चित कराएं। जिलाध्यक्ष वेदप्रकाश ने कहा कि सरकार भ्रष्टाचारियों के खिलाफ जो कार्रवाई कर रही है उससे लोग संतुष्ट नहीं हैं। सरकार को कर्मचारियों के धन का नोटिफिकेशन जारी करना चाहिए ताकि कर्मचारियों का भविष्य एवं उनका धन दोनों सुरक्षित हो सके। जिला सचिव चंद्रजीत यादव ने कहा कि विद्युत कर्मचारियों के भविष्य निधि की नैतिक जिम्मेदारी लें कि उनका धन सुरक्षित है। चंद्रशेखर यादव ने कहा कि अगर सरकार द्वारा नोटिफिकेशन जारी नहीं किया जाता तो समस्त अधिकारी व कर्मचारी 14 नवंबर को लखनऊ में रैली एवं विरोध सभा करेंगे। इसके बाद 18 नवंबर से 48 घंटे का कार्य बहिष्कार करेंगे। कार्यक्रम का संचालन समिति के संयोजक प्रभु नारायन पांडेय Xह्नह्वश्रह्ल;प्रेमी ने किया। प्रदर्शन में मुख्य अभियंता राजेश रंजन सिंह, संदीप प्रजापति, अमित श्रीवास्तव, काशीनाथ गुप्ता, राजविजय यादव, आलोक कुमार, सतीश चंद्र, गोपेश कुमार, अवधेश यादव, तेज प्रताप शर्मा, कमलेश कुमार, राम उजागिर पाल, शिविन्द्र रावत आदि उपस्थित थे।
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