आयुष्मान मित्र की आइडी हैक हुई है या उसने किसी को दिया है,इसकी की जांच की जा रही है
आजमगढ़ : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महात्वाकांक्षी आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत फर्जी गोल्डेन कार्ड बनाने के प्रकरण को प्रशासन ने गंभीरता से लिया है। अब अग्रिम कार्रवाई के लिए साइबर क्राइम टीम की रिपोर्ट का इंतजार है। इस संबंध में जिलाधिकारी नागेंद्र प्रसाद सिंह ने पुलिस अधीक्षक प्रो. त्रिवेणी सिंह को पूरे प्रकरण की जांच आख्या जल्द से जल्द मांगी है। जिलाधिकारी ने बताया कि आइजीआरएस के माध्यम से एक व्यक्ति द्वारा आयुष्मान योजना के फर्जी गोल्डेन कार्ड बनाने की शिकायत की गई थी। इस प्रकरण की जांच कराकर आवश्यक कार्रवाई के लिए पुलिस अधीक्षक से कहा गया था। इसके लिए उनके द्वारा निजामाबाद पुलिस को जिम्मेदारी सौंपी गई। पुलिस ने मंगलवार को जिला अस्पताल में आयुष्मान मित्र और एक अन्य व्यक्ति को हिरासत में लिया है। उन्होंने बताया कि अब तक जो तथ्य प्रकाश में आया है। उसके अनुसार आयुष्मान मित्र की आइडी किसी ने हैक कर ली या फिर उसके द्वारा किसी को दिया गया है, की जांच की जा रही है। संबंधित आयुष्मान मित्र से पूछताछ की जा रही है। इसमें और खुलासा भी हो सकता है। उन्होंने बताया कि अब तक जिले से कितने कार्डों का उपयोग दूसरे जिले, प्रांतों में किया गया है, उसकी जांच स्टेट एजेंसी से कराने के लिए मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देशित किया है।
Blogger Comment
Facebook Comment