आजमगढ़ : राजस्व विभाग में चकबंदी विभाग के विलय व कर्मचारियों की प्रतिनियुक्ति के विरोध में गुरुवार को प्रदेश के जिला मुख्यालयों पर राजस्व महासंघ ने एक दिवसीय धरना-प्रदर्शन किया। उसके बाद विभिन्न मांगों को लेकर राजस्व निरीक्षक सहित अन्य संवर्गों के सदस्यों ने जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा। महासंघ ने चेतावनी दी कि यदि उपरोक्त मांगों पर त्वरित कार्रवाई नहीं होती है तो अग्रिम आंदोलन के लिए बाध्य होंगे। उत्तर प्रदेश राजस्व महासंघ ने चकबंदी विभाग के विलय, प्रतिनियुक्ति का विरोध, राजस्व परिषद के अधीन तहसीलों में विभिन्न पदों पर चकबंदी विभाग के कार्मिकों का किसी भी स्तर व किसी भी रूप में विलय, प्रतिनियुक्ति के लिए शासन द्वारा की गई कार्रवाई का प्रबल विरोध किया। कहा कि शासन के राजस्व विभाग द्वारा यह मान लिया गया है कि चकबंदी विभाग निष्प्रयोज्य है। 1100 ग्रामों में प्रथम चक्र की चकबंदी न होने से 1925 के बंदोबस्त व बंदोबस्ती नक्शों से कार्य हो रहा है। जिन ग्रामों में चकबंदी हो चुकी है वहां भी अधिकतर ग्रामों के नक्शे से कार्य हो रहा है। चकबंदी प्रक्रिया के माध्यम से होने वाले भूमि अभिलेख आदि को बंद कर मनमाने तरीके से राजस्व विभाग के पदों पर आमेलन व प्रतिनियुक्ति का कोई औचित्य व आधार नहीं है।
Blogger Comment
Facebook Comment