महात्मा गांधी की 150 वीं जयंती पर फिल्म रोड टू संगम का विशेष प्रर्दशन किया गया
आजमगढ़। नगर के रैदोपुर स्थित शारदा टॉकिज परिसर में आयोजित आजमगढ़ अंतर्राष्ट्रीय फिल्म उत्सव के दूसरे दिन रविवार को अभिनेता पीयूष मिश्रा ने जनसंवाद किया। इस दौरान उन्होंने जिंदगी, फिल्म और रंगमंच से जुड़े संघर्ष को साझा किया। पीयूष मिश्रा ने अपनी जिंदगी, फिल्म और रंगमंच का संघर्ष बड़ी संजीदगी के साथ सबके सामने रखा। युवाओं से जीवन और जीवन से जुड़ी सीख साझा की और युवाओं को सवाल करने का खुला मौका दिया। उन्होंने कहा कि सेंसर बोर्ड को वेब सीरीज में भी दखल करना चाहिए। क्योंकि इनके जरिए बहुत हिंसा और खून खराबा दिखाया जा रहा है जो गलत है। इस मौके पर समीक्षक अजीत राय ने संवाद में मॉडरेटर की भूमिका निभाई। इसके साथ ही फिल्म उत्सव के दूसरे दिन तीन फिल्मों का प्रदर्शन किया गया। जिसमें फिल्म जेड प्लस दिखाई गई और फिल्म के लेखक रामकुमार सिंह ने भी लोगों से संवाद किया। यह फिल्म एक नाई की है जो संयोग से दरगाह का सरबरा बन बैठता है। जहां एक बार सीएम का आगमन होता है। सीएम चुनाव में होने वाली हार को टालने के लिए वहां पहुंचते हैं। यहीं से उस नाई के जीवन में बदलाव होता है और उसे जेड प्लस सुरक्षा मिल जाती है। यह सुरक्षा उसके लिए कहीं-कहीं बाधक भी बनती है। महात्मा गांधी की 150 वीं जयंती पर फिल्म रोड टू संगम का विशेष प्रर्दशन किया गया। फिल्म के अभिनेता पवन मल्होत्रा और निर्देशक अमित राय से खुला संवाद हुआ। इसके अलावा मनोज वर्मा निर्देशित भूलन द मेज का प्रदर्शन भी किया गया।
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