समय से कार्य पूरा करने को नेशनल हाइवे-233 के निर्माण में तेजी लायें - जिलाधिकारी
पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के निर्माण हेतु अवशेष भूमि पर जो विवाद हैं उनका निस्तारण करें
आजमगढ़ 04 अक्टूबर -- जिलाधिकारी नागेन्द्र प्रसाद सिंह की अध्यक्षता में कार्यालय कक्ष में पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे तथा नेशनल हाइवे-233 के निर्माण के संबंध में बैठक सम्पन्न हुई। कार्यदायी संस्था द्वारा बताया गया कि एनएच-233 जो वाराणसी से प्रारम्भ होकर आजमगढ़, गोमाडीह, बूढ़नपुर, अतरौलिया होते हुए लुम्बिनी को जा रही है, जिसकी लम्बाई लगभग 177 किमी0 है, जिसकी कार्य प्रगति में है। समीक्षा में पाया गया कि एनएच-233 का कार्य धीमी गति से हो रहा है, जिस पर जिलाधिकारी ने संबंधित कार्यदायी संस्था को निर्देश दिये कि सड़क के निर्माण कार्य में तेजी लायें, जिससे समय से सड़कों का निर्माण हो सके। आगे जिलाधिकारी ने मुख्य राजस्व अधिकारी को निर्देश दिये कि सड़कों के छोटे-छोटे पैचों पर जो विवाद हैं, उसका निस्तारण करना सुनिश्चित करें तथा 15-15 दिन पर कन्वर्जेन्स विभागों के साथ बैठक करें, जिससे एनएच-233 का निर्माण तेजी से हो सके। जिलाधिकारी ने संबंधित कार्यदायी संस्था को एनएच-233 को मार्च 2020 तक चालू करने के लिए निर्देश दिये। इसी के साथ ही साथ पूर्वांचल एक्सपे्रस-वे की समीक्षा में पाया गया कि लगभग 3 प्रतिशत भूमि पर विवाद है, शेष भूमि प्राप्त हो चुकी है। जिस पर जिलाधिकारी ने सीआरओ को निर्देश दिये कि पूर्वांचल एक्सपे्रस-वे के निर्माण हेतु अवशेष भूमि पर जो विवाद हैं, उसको निस्तारित कराकर संबंधित कार्यदायी संस्था को उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें। इस अवसर पर मुख्य राजस्व अधिकारी हरी शंकर, अपर जिलाधिकारी वि0/रा0 गुरू प्रसाद, संबंधित कार्यदायी संस्था के प्रोजेक्ट मैनेजर उपस्थित रहे।
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