डॉ लीना की पेंटिंग 'अपनी जमीन' कश्मीर से विस्थापित हुए कश्मीरी पंडितों के दर्द को व्यक्त करती है
आजमगढ़ में फाइन आर्ट सेंटर के नाम से एक संस्था चलाती है डॉ लीना मिश्रा
आजमगढ़ : शिमला में आयोजित गेयटी थिएटर में शिमला फ्यूजन-2 अन्तराष्ट्रीय चित्रकला प्रदर्शनी का आयोजन किया गया था जिसमें 19 राज्यों के 46 कलाकारों की पेंटिंग प्रदर्शित हुई थी। इसमें डॉ.लीना को बेस्ट आर्टवर्क व सिल्वर मेडल मिला। डॉ लीना की पेंटिंग 'अपनी जमीन' कश्मीर से विस्थापित हुए कश्मीरी पंडितों के दर्द को व्यक्त करती है। इसमें दर्शाया गया है कि अपनी कला व संस्कृति से जुड़े कश्मीरी पंडितों को अचानक वहां से पलायन के लिए विवश कर दिया जाता है। विस्थापन का दर्द झेल रहे वहाँ के कश्मीरी फिर भी अपनी अपनी जड़ों से जुड़े हुए हैं।
प्रदर्शनी के आयोजक मयंक व्यास रेडआर्ट,इंदौर को धन्यवाद देते हुए डॉ लीना अपनी इस उपलब्धि को इसलिये भी खास मानती हैं क्योंकिै जनवरी 2018 में राष्ट्रीय विचार मंच,आजमगढ़ द्वारा एक विचार गोष्ठी 'विस्थापित कश्मीर' आयोजित की गई थी जिसमे फाइन आर्ट सेंटर के 12 कलाकारों ने इसी विषय पर पेंटिंग प्रदर्शित की थी। 5 अगस्त 2019 को केंद्र सरकार द्वारा कश्मीर से अनुच्छेद 370 व् 35A हटा दिया गया है जिससे वहां के विस्थापित कश्मीरी पंडित पुनः अपनी ज़मीन को लौट सकेंगे।
डॉ लीना मिश्रा आजमगढ़ में फाइन आर्ट सेंटर के नाम से एक संस्था चलाती है जिसमें उन्होंने पिछले कई वर्षों में महिला कलाकारों को नई पहचान दी है।
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