संस्कार भारती का मूल कार्य है कि अपने संस्कारों से नई पीढ़ी को अवगत कराया जाये- डॉ डी पी तिवारी, अध्यक्ष
आजमगढ़: संस्कार भारती की ओर से श्री कृष्ण रूपसज्जा प्रतियोगिता का आयोजन नगर के अग्रवाल धर्मशाला में किया गया। कार्यक्रम का शुभारम्भ प्रान्त उपाध्यक्ष हीरालाल शर्मा, संतप्रसाद अग्रवाल,पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष श्रीमती इन्दिरा देवी जायसवाल एवं शैलेन्द्र अग्रवाल द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्जवलित कर किया गया। संचालन जितेंद्र सिंह और विजयलक्ष्मी मिश्रा ने किया। श्री कृष्ण रूपसज्जा प्रतियोगिता में लगभग 70 से ज्यादा प्रतिभागी रहे। जिन्हें तीन वर्ग शिशु वर्ग (0 से 3 वर्ष), बाल वर्ग (3 से 7 वर्ष), किशोर वर्ग (7 से 11 वर्ष) में बांटा गया। प्रतियोगिता के लिए जज डॉ मनीषा मिश्रा, डॉ प्रीति गुप्ता, मुबारकपुर, इंद्राशानि मिश्रा वाराणसी ने शिशु वर्ग से काव्या मिश्रा को प्रथम, द्वितीय पर विलाषु, आहिन व आयांश तीसरे पर रहे। वहीं बाल वर्ग में शैलेश भार्गव प्रथम, आराध्या द्वितीय तो शिवाय तीसरे पर रहे वहीं किशोर वर्ग में अमन गोंड़ प्रथम तो परिधि यादव को दूसरा और नंदिनी निषाद को तीसरे स्थान पर संतोष करना पड़ा। जज कमेटी द्वारा परिणाम घोषित करने के बाद नीरज अग्रवाल, इंदिरा देवी जायसवाल, संत प्रसाद अग्रवाल, हीरालाल शर्मा प्रान्त उपाध्यक्ष, शरद चंद्र तिवारी, रमेश अग्रवाल, आशीष अग्रवाल ने विजयी बच्चों को प्रमाण पत्र देकर पुरस्कृत किया। अंत मे संस्कार भारती के अध्यक्ष डॉ डी पी तिवारी ने कहा कि संस्कार भारती का मूल कार्य है कि अपने संस्कारों से नई पीढ़ी को अवगत कराया जाये। भगवान श्रीकृष्ण के वेश-भूषा में सजे नन्हे-मुन्ने बाल गोपाल के नटखट प्रदर्शन बेहद मनमोहक है। हमें अपनी संस्कृतियों को बचाकर उसे संवारने का काम करना होगा। इस अवसर पर अशोक अग्रवाल, एडवोकेट बदरी प्रसाद, वृजेन्द्र श्रीवास्तव, एडवोकेट प्रभात बरनवाल, राजेश स्वर्णकार, अनिल चतुर्वेदी, विनय गुप्ता, मृगांक शेखर सिन्हा, अवनीश चैबे सहित नगर के संभ्रांत नागरिक गण उपस्थित रहे।
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