पूरे जनपद में 36 राजकीय इण्टर कालेजों में छात्राओं को आत्मरक्षा करने हेतु मार्शल आर्ट तथा जूडो कराटे का प्रशिक्षण दिया जायेगा
आजमगढ़ 01 अगस्त-- आयुक्त, आजमगढ़ मण्डल आजमगढ़ कनक त्रिपाठी द्वारा राजकीय बालिका इण्टर कालेज आजमगढ़ तथा जिलाधिकारी नागेन्द्र प्रसाद सिंह द्वारा अग्रसेन कन्या इण्टर कालेज, आजमगढ़ में छात्राओं को आत्मरक्षा के लिए तैयार करने हेतु स्टेट बैंक ऑफ़ इण्डिया, आजमगढ़ द्वारा प्रायोजित मार्शल आर्ट, जूडो कराटे के प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्घाटन किया गया। आयुक्त आजमगढ़ मण्डल आजमगढ़ कनक त्रिपाठी द्वारा अपने सम्बोधन में नारी सशक्तिकरण पर चर्चा की गयी तथा उन्होने बताया कि वह स्वयं 50 वर्ष पूर्व इस राजकीय बालिका इण्टर कालेज में प्राईमरी की कक्षा में पढ़ी हैं। उन्होने कहा कि बालिकाएं पढ़ाई के साथ मार्शल आर्ट का प्रशिक्षण पूरे मनोभाव से करें। उन्होने आगे कहा कि छात्राओं को आत्मरक्षा करने हेतु मार्शल आर्ट तथा जूडो कराटे का प्रशिक्षण जो दिया जा रहा है, यह बहुत ही सराहनीय कार्य है। मार्शल आर्ट तथा जूडो कराटे के प्रशिक्षण से छात्राओ में विश्वास पैदा होगा, जिससे वे किसी भी विषम परिस्थितियों में आत्मरक्षा कर सकती हैं। आगे उन्होने कहा कि पुरूषों को समाज में महिलाओं/बालिकाओं का सम्मान करना चाहिए, तभी एक स्वस्थ समाज तथा परिवार का विकास हो सकता है। जिलाधिकारी द्वारा बताया गया कि पूरे जनपद में 36 राजकीय इण्टर कालेजों में छात्राओं को आत्मरक्षा करने हेतु मार्शल आर्ट तथा जूडो कराटे का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। प्रत्येक स्कूलों के लिए एक-एक नोडल अधिकारी नामित किया गया है। प्रथम चरण में 40-40 छात्राओं को मार्शल आर्ट तथा जूडो कराटे का प्रशिक्षण दिया जायेगा। उन्होने बताया कि मार्शल आर्ट तथा जूडो कराटे का यह प्रशिक्षण 01 अगस्त से 30 सितम्बर 2019 (दो माह) तक दिया जायेगा। प्रत्येक राजकीय स्कूलों से एक-एक छात्राओं को मार्शल आर्ट ट्रेनरों द्वारा मार्शल आर्ट तथा जूडो कराटे का प्रशिक्षण देकर छात्राओं को मार्शल आर्ट ट्रेनर के रूप में प्रशिक्षित किया जा रहा है। ये मार्शल आर्ट ट्रेनर छात्राएं अपने संबंधित कालेजों में 10-10 छात्राओं प्रशिक्षित करेंगी। जिलाधिकारी ने कहा कि हमारे यहाॅ पुरूषों की मानसिकता है, कि जो प्रकृति में सुन्दर/कोमल चीज दिखाई पड़ती है, तो उसे रौंद देते हैं, जिससे उनको खुशी मिलती है तथा हमारे संस्कृति में नारी पूजनीय है, लेकिन आज हम पुरूष वर्गाें द्वारा महिलाओं का सम्मान नही किया जा रहा है। उन्होने कहा कि हजारों साल से ज्ञान, समृद्धि, शक्ति के लिए हम सरस्वती, लक्ष्ती, दुर्गा, काली की उपासना करते आ रहे हैं, लेकिन आज भी हम बालिका सुरक्षा जागरूकता अभियान मना रहे हैं। उन्होने कहा कि आज पुरूषों की मानसिकता विकृत हो चुकी है, आज महिलाओं से ज्यादा पुरूषों को सशक्तिकरण करने की आवश्यकता है। इस अवसर पर बीएस देवेन्द्र कुमार पाण्डेय, डीआईओएस डाॅ0 वीके शर्मा, एसडीएम सदर प्रशान्त कुमार नायक, अग्रसेन कन्या इण्टर कालेज आजमगढ़ की प्रधानाचार्या डाॅ0 संगीता तिवारी सहित शिक्षिकाएं तथा छात्राएं उपस्थित रहीं।
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