'जाको राखे साइयां, मार सके न कोय' की कहावत चरितार्थ हुई
निजामाबाद (आजमगढ़) : 'जाके राखो साइयां, मार सके न कोय' की कहावत उस समय चरितार्थ होते हुए दिखाई दी, उफनाई हुई कुंवर नदी में एक 60 वर्षीय वृद्धा 16 घंटे से बहते हुए निजामाबाद क्षेत्र के कोडर गांव तक आ गयी। रविवार की सुबह ग्रामीणों ने पानी से घिरे झाड़ी में उक्त वृद्धा को फंसा देख पुलिस को बताया। पुलिस ने नाव की व्यवस्था कर राष्ट्रपति पुरस्कार प्राप्त चंदन पासवान को बुलाया। चंदन ने उक्त वृद्धा को सुरक्षित नदी से बचाते हुए बाहर निकाल लिया। पूछताछ के बाद निजामाबाद थाना के प्रभारी इंस्पेक्टर भगवान ने बताया कि उक्त वृद्धा 60 वर्षीय राजकुमारी पत्नी मुन्नीलाल सरायमीर क्षेत्र के हाजीपुर गांव की निवासी है। उसकी दिमागी हालत कुछ ठीक नहीं है। वह शनिवार की शाम को घर से निकली थी। रास्ता भटक जाने से गांव के समीप स्थित कुंवर नदी के बाढ़ के पानी में चली गयी। वहां से वह बहते हुए कोडर गांव आ गयी। परिवार के लोग उक्त वृद्धा की शनिवार की शाम से ही तलाश कर रहे थे। इस घटना की खबर पाकर उसके परिवार के लोग भी निजामाबाद थाने पर आ गए। पुलिस ने आवश्यक कार्रवाई पूरी कर उक्त वृद्धा को परिजनों के हवाले कर दिया। यह घटना निजामाबाद क्षेत्र में चर्चा का विषय बनी हुई है।
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