किसान क्रेडिट कार्ड द्वारा जनपद के किसानों को संतृप्त किये जाने हेतु विशेष बैठक हुई
आजमगढ़ 03 जुलाई-- सभी बैंको के नोडल अधिकारी एवं कृषि विभाग के संबंधित अधिकारी तथा उप जिलाधिकारी किसान फ्रेन्डिली बनें और किसानों के लिए चलायी जा रही योजनाओं (प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना, किसान क्रेडिट कार्ड) का लाभ प्राथमिकता के आधार पर पात्र कृषकों तक पहुंचायें। उक्त बातें जिलाधिकारी नागेन्द्र प्रसाद सिंह नें कलेक्ट्रेट सभागार में किसान क्रेडिट कार्ड द्वारा जनपद के किसानों को संतृप्त किये जाने हेतु विशेष अभियान की बैठक में कहा। जिलाधिकारी ने बताया कि सरकार जनपद के सभी लघु एवं सीमांत किसानों को किसान क्रेडिट कार्ड के माध्यम से फसली ऋण उपलब्ध कराने के लिए नया निर्देश जारी किया गया है। अब खेती किसानी करने वालों के साथ साथ पशु पालकों एवं मत्स्य पालकों को भी केसीसी की सुविधा प्राप्त होगी। जो किसान खेती के साथ-साथ पशुपालन अथवा मत्स्य पालन करते हैं उन्हें रू0 3 लाख तक की सुविधा, केवल पशुपालन अथवा मत्स्य पालन करने वाले किसानों को दो लाख रुपए तक ऋण की सुविधा बैंकों द्वारा समय से जमा करने पर 3 प्रतिशत ब्याज पर अथवा 4 प्रतिशत वार्षिक ब्याज पर उपलब्ध कराया जाएगा। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया द्वारा कॉलेटरल फ्री कृषि ऋण की सीमा एक लाख से बढ़ाकर रू0 1.6 लाख कर दिया गया है, जिसे लागू करने के लिए भारतीय बैंक संघ ने सभी बैंकों को गाइडलाइन जारी कर रुपया 3 लाख तक की सीमा तक के किसान क्रेडिट कार्ड के लिए प्रोसेसिंग, डॉक्यूमेंटेशन, लेजर फोलियो के निरीक्षण शुल्क इत्यादि न लिए जाने के निर्देश दिए हैं। विस्तृत जानकारी देते हुए जिलाधिकारी नागेंद्र प्रसाद सिंह द्वारा बताया गया कि शासन की मंशा है कि जनपद में 96 प्रतिशत लघु सीमांत किसान है, उनकी आर्थिक स्थिति काफी कमजोर होने के कारण कृषि निवेशो का क्रय कर समय पर उपयोग नहीं कर पाते हैं। इस प्रकार केसीसी से सस्ते दर पर फसली ऋण प्राप्त कर कृषि निवेशों का समय पर सदुपयोग होगा और वैज्ञानिक ढंग से खेती करके किसान अपनी आमदनी बढ़ा सकता है। जिलाधिकारी द्वारा बताया गया कि यह अभियान जनपद में कैंपों के माध्यम से चलाया जाएगा। प्रत्येक सप्ताह प्रगति की समीक्षा की जाएगी। कैंपों का आयोजन सप्ताह में दो बार किया जाएगा। बैंक सभी किसानों को निःशुल्क फॉर्म देगे। किसानों को आधार कार्ड, खतौनी की छाया प्रति, फोटो फार्म के साथ जमा करनी होगी। फार्म जमा होने के 15 दिन के बाद बैंकों द्वारा किसान क्रेडिट कार्ड उपलब्ध कराया जाएगा। कैंपों का आयोजन बैंक के शाखा पर ही होगा। जनपद आजमगढ़ में 66405 नए किसानो को किसान क्रेडिट कार्ड से जोड़े जाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। जिलाधिकारी ने बताया कि किसान क्रेडिट कार्ड बनाये जाने हेतु विकास खण्डवार कैम्प का आयोजन किया गया है, जिसके अन्तर्गत दिनांक 04 जुलाई 2019 को विकास खण्ड सभागार अतरौलिया के लिए नोडल अधिकारी जिला कृषि अधिकारी तथा विकास खण्ड सभागार कोयलसा के लिए नोडल अधिकारी भूमि संरक्षण अधिकारी, 06 जुलाई को विकास खण्ड सभागार लालगंज के लिए नोडल अधिकारी जिला कृषि अधिकारी तथा विकास खण्ड सभागार पल्हना के लिए नोडल अधिकारी भूमि संरक्षण अधिकारी, 09 जुलाई को विकास खण्ड सभागार मोहम्मदपुर के लिए नोडल अधिकारी जिला कृषि अधिकारी तथा विकास खण्ड सभागार मिर्जापुर के लिए नोडल अधिकारी भूमि संरक्षण अधिकारी, 11 जुलाई को विकास खण्ड सभागार फूलपुर के लिए नोडल अधिकारी जिला कृषि अधिकारी तथा विकास खण्ड सभागार पवई के लिए नोडल अधिकारी भूमि संरक्षण अधिकारी, 16 जुलाई को विकास खण्ड सभागार रानी की सराय के लिए नोडल अधिकारी जिला कृषि अधिकारी तथा विकास खण्ड सभागार पल्हनी के लिए नोडल अधिकारी भूमि संरक्षण अधिकारी, 18 जुलाई को विकास खण्ड सभागार अजमतगढ़ के लिए नोडल अधिकारी जिला कृषि अधिकारी तथा विकास खण्ड सभागार हरैया के लिए नोडल अधिकारी भूमि संरक्षण अधिकारी, 20 जुलाई को विकास खण्ड सभागार मेंहनगर के लिए नोडल अधिकारी जिला कृषि अधिकारी तथा विकास खण्ड सभागार तरवां के लिए नोडल अधिकारी भूमि संरक्षण अधिकारी, 23 जुलाई को विकास खण्ड सभागार सठियांव के लिए नोडल अधिकारी जिला कृषि अधिकारी तथा विकास खण्ड सभागार जहानागंज के लिए नोडल अधिकारी भूमि संरक्षण अधिकारी, 25 जुलाई को विकास खण्ड सभागार अहिरौला के लिए नोडल अधिकारी जिला कृषि अधिकारी तथा विकास खण्ड सभागार तहबरपुर के लिए नोडल अधिकारी भूमि संरक्षण अधिकारी, 26 जुलाई को विकास खण्ड सभागार ठेकमा के लिए नोडल अधिकारी जिला कृषि अधिकारी तथा विकास खण्ड सभागार मार्टीनगंज के लिए नोडल अधिकारी भूमि संरक्षण अधिकारी, 30 जुलाई 2019 को विकास खण्ड सभागार बिलरियागंज के लिए नोडल अधिकारी जिला कृषि अधिकारी तथा विकास खण्ड सभागार महराजगंज के लिए नोडल अधिकारी भूमि संरक्षण अधिकारी को नामित किया गया है। जिलाधिकारी ने बताया है कि विकास खण्ड के कैम्प के अतिरिक्त बैंक शाखा पर प्रत्येक मंगलवार एवं शुक्रवार को कैम्प का आयोजन होता रहेगा। यदि विकास खण्ड में कैम्प मंगलवार एवं शुक्रवार को होता है तो उस दिन उस विकास खण्ड के बैंक शाखा पर कैम्प का आयोजन नही होगा। कैम्प के दिन प्रत्येक बैंक शाखा पर कृषि एवं सहकारिता विभाग से एक कर्मचारी नामित किया जायेगा, जो मंगलवार एवं शुक्रवार को बैंक शाखा पर उपस्थित होकर कृषकों को किसान क्रेडिट कार्ड आवेदन फार्म भरने में सहयोग करेंगे तथा ब्लाक स्तर पर लेखपाल भी सहयोग करने के लिए उपस्थित रहेंगे। उन्होने बताया कि किसान क्रेडिट कार्ड निःशुल्क बनेगा, इसके लिए कोई अतिरिक्त चार्ज नही लगेगा। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए जिलाधिकारी द्वारा बताया गया कि आज अधिसूचित क्षेत्रों में अधिसूचित फसलों को प्राकृतिक आपदाओं व रोके न जा सकने वाले अन्य जोखिमो जैसे, रोग व कीड़ो से फसल नष्ट होने की स्थितियों में बीमित कृषकों को बीमा कंपनी द्वारा वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है। इस योजना से आच्छादित ग्राम पंचायत स्तर पर तथा व्यक्तिगत स्तर पर कृषकों का बीमा का लाभ प्राप्त हो सकता है। योजना के बारे में जानकारी देते हुए उप कृषि निदेशक डाॅ0 आरके मौर्य द्वारा बताया गया कि खरीफ में धान, मक्का तथा अरहर की फसल जनपद में चयनित है। इसमें अधिसूचित क्षेत्र के अधिसूचित फसल उगाने वाले सभी कृषक योजना मे सम्मिलित हो सकते हैं। इसमें ऋणी कृषक वित्तीय संस्थाओं द्वारा अधिसूचित फसल के सापेक्ष स्वीकृत ऋण की सीमा को अनिवार्य रूप से कवर किया जाता है तथा गैर ऋणी कृषको के लिए स्वैच्छिक है, जो किसान इस योजना में सम्मिलित होना चाहते हैं वे अपने निकटतम बैंक शाखा, बीमा कंपनी के एजेंट, कॉमन सर्विस सेंटर अथवा सीधे बीमा कंपनी के पोर्टल पर ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करा कर इस योजना से जुड़ सकते हैं। खरीफ में बीमा की प्रीमियम जमा करने की अंतिम तिथि 31 जुलाई निर्धारित की गई है। इस अवसर पर उप कृषि निदेशक डाॅ0 आरके मौर्य, समस्त एसडीएम, संबंधित बैंकों के नोडल अधिकारी, जिला कृषि अधिकारी डाॅ0 उमेश कुमार गुप्ता, जिला सूचना अधिकारी डाॅ0 जितेन्द्र प्रताप सिंह सहित संबंधित अधिकारी/कर्मचारी उपस्थित रहे।
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