डीएम ने जिला महिला अस्पताल का औचक निरीक्षण किया, चिकित्सक व कर्मचारी मिले अनुपस्थित, एक दिन का वेतन काटने के साथ माँगा स्पष्टीकरण
आजमगढ़ 17 जून-- नवागत जिलाधिकारी नागेन्द्र प्रसाद सिंह ने जिस तरह से आजमगढ़ की जनता की दुखती रग सहलाने की कोशिश शुरू की है उससे आम जनता काफी संतुष्ट नजर आ रही है। नए डीएम साहब ने यहाँ आते ही इस बात को पकड़ लिया है की यहाँ के आम लोग अगर सबसे ज्यादा किसी चीज से पीड़ित हैं तो वह है जिले का स्वास्थ्य तंत्र । नतीजा यह है की पिछले कुछ दिनों में डीएम ने अपने पहले लक्ष्य के रूप में सरकारी अस्पतालों पर हाथ लगा दिया है। जिलाधिकारी द्वारा लगातार अस्पतालों में किये जा रहे आकस्मिक निरीक्षण से भ्रस्टाचार में डूबा आज़मगढ़ का स्वास्थ्य महकमा सकते में है वहीँ आम जनता में सरकारी चिकित्सा व्यवस्था में सुधार को लेकर एक विश्वास सा जाग गया है। सोमवार को एक बार फिर जिलाधिकारी द्वारा जिला महिला अस्पताल का प्रातः 8ः00 बजे औचक निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान जिला महिला अस्पताल के चिकित्सकों/कर्मचारियों को अनुपस्थित पाये जाने पर जिलाधिकारी ने कड़ी नाराजगी व्यक्त की और चेतावनी देते हुए जिला महिला अस्पताल की सीएमएस को निर्देशित करते हुए कहा कि जो चिकित्सक/कर्मचारी अनुपस्थित हैं, उन सभी का एक दिन का वेतन काटने तथा स्पष्टीकरण प्राप्त कर रिपोर्ट उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें। निरीक्षण में मरीजों के पंजीकरण काउण्टर बन्द पाये जाने पर उन्होने सीएमएस को निर्देश दिये कि पंजीकरण काउण्टर समय से खुलवायें अन्यथा कड़ी कार्यवाही की जायेगी। उन्होने चिकित्सकों से कहा कि किसी भी दशा में मरीजों को दवा बाहर से न लिखें, जो दवा अस्पताल में उपलब्ध नही है, उसकी पहले से ही व्यवस्था करना सुनिश्चित करें। निरीक्षण के दौरान एक बन्द कमरा पाया गया, जिसमें पूछने पर जानकारी प्राप्त हुआ कि इसमें दवा रखा गया है, लेकिन यह कमरा चार्ज के हस्तानान्तरण के विवाद को लेकर बन्द है। जिस पर जिलाधिकारी ने एक त्रिस्तरीय कमेटी गठित करने का निर्देश दिया है, जिसमें अपर जिलाधिकारी प्रशासन, सीएमएस, डिप्टी सीएमओ इसके सदस्य रहेंगे। उन्होने कमेटी को निर्देश दिया कि इसके अन्दर जो दवायें बन्द है, उसकी जांच करें और यदि दवा एक्सपायरी हो गयी है तो उस दवा के मूल्य के बराबर संबंधित से वसूल करना सुनिश्चित करें तथा साथ ही साथ यह भी जांच करें कि यह कमरा किन कारणों से बन्द हेै। इसी के साथ ही साथ यह कमरा बन्द होने के बावजूद सीएमएस द्वारा संज्ञान में न लिये जाने के कारण जिलाधिकारी ने सीएमएस को स्पष्टीकरण देने के निर्देश दिये। उन्होने सीएमएस को निर्देश दिये कि अस्पताल के पास जो भी साधन उपलब्ध हैं, उसका पूरा सदुपयोग करते हुए मरीजों का ईलाज करें। जिलाधिकारी द्वारा ओपीडी, आईपीडी, वार्ड, दवा वितरण काउण्टर, अस्पताल की साफ-सफाई की व्यवस्था आदि का निरीक्षण किया गया। इस अवसर पर जिला महिला अस्पातल के चिकित्सक/कर्मचारी उपस्थित रहे।
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