आजमगढ़ : आखिरकार आजमगढ़ जिले की लालगंज सुरक्षित सीट से भाजपा प्रत्याशी की घोषणा कर दी गई। पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने वर्तमान सांसद नीलम सोनकर पर भरोसा जताते हुए फिर से टिकट दिया है। इसी के साथ ही प्रत्याशी को लेकर लग रही अटकलों पर विराम लग गया। वर्तमान में ये लालगंज से ही भाजपा की सांसद हैं, जबकि 2009 के आम चुनाव में बसपा के डा. बलिराम से हार का सामना करना पड़ा था। वैसे इस बार नए चेहरे के रुप में मंजू सरोज और पूर्व सांसद दरोगा प्रसाद सरोज भी इस सीट पर भाजपा के टिकट के दावेदार थे।लालगंज संसदीय क्षेत्र उत्तर प्रदेश के 80 लोकसभा सीटों में से एक है। इस सीट के इतिहास की बात की जाए तो 1962 में इसे संसदीय सीट का दर्जा मिला और तभी से यह अनुसूचित जाति के लिए सुरक्षित है। वर्तमान में भाजपा से नीलम सोनकर यहां से सांसद हैं। लालगंज संसदीस सीट से विश्राम प्रसाद लोकसभा पहुंचने वाले पहले सांसद थे। उन्होंने 1962 में प्रजा सोशलिस्ट पार्टी के टिकट पर जीत हासिल की थी। इसके बाद लगातार तीन बार (1967, 1971 और 1977) कांग्रेस के रामधन का इस सीट पर कब्जा रहा। वह कुल पांच बार यहां से सांसद रहे। 1991 में जनता दल के बाद से हुए छह चुनाव में तीन बार बसपा और दो बार सपा के अलावा 2014 के आम चुनाव में यह सीट भाजपा के खाते में आई और वर्तमान सांसद नीलम सोनकर पहली बार लोकसभा में पहुंची। हालांकि 2009 के आम चुनाव में भी उन्हें भाजपा से ही भाग्य आजमाया था, लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। उन्हें बसपा के डा. बलिराम (2,07,998) से हार का सामना करना पड़ा था। नीलम सोनकर दूसरे नंबर पर रहते हुए 1,68,050 मत प्राप्त किया था, जबकि तीसरे नंबर पर रहे सपा के दरोगा सरोज को 1,47,182 मत मिले थे।
Blogger Comment
Facebook Comment