महिला के बगैर पुरूष का अस्तित्व नहीं : तारिक अजीज,अधिकारी ,फील्ड आउटरीच ब्यूरो
आजमगढ़। अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य में विशेष जनसम्पर्क कार्यक्रम का आयोजन फील्ड आउटरीच ब्यूरो भारत सरकार की ओर से विकास खण्ड पल्हनी के ग्राम चकगोरया स्थित प्राथमिक विद्यालय में किया गया। जिसमे महिला दिवस पर विस्तार से चर्चा कर लोगों को जागरूक किया गया। ब्यूरो के अधिकारी तारिक अजीज ने कहा कि महिला दिवस महिलाओं की उपलब्धियों और नारी सम्मान के प्रति जागरूक करने का दिन है। भारतीय संस्कृति में स्त्री की भूमिका पुरूषों से कही अधिक सम्माननीय है। महिला के बगैर पुरूष का अस्तित्व नहीं है। सृष्टि पर मानव जगत का आधार स्त्री ही है। भारत के आजादी में रानी लक्ष्मीबाई जैसी न जाने कितनी वीरांगनाओं ने अपने प्राणों की आहूति दी है, ऐसे महिलाएं समाज के लिए नजीर है। मुख्य अतिथि डायट प्राचार्य अमरनाथ राय ने कहा कि समाज में दहेज, कन्या भ्रूण हत्या, महिलाओं के प्रति अपराध, महिलाओं के प्रति घरेलू हिंसा पर येजनाबद्ध तरीके से कार्य करना होगा ताकि इस अभिशाप से मुक्त किया जा सके। समाजसेवी पूनम सिंह ने कहा कि महिलाओं को अनेक नाम से पुकारा जाता है। कभी यही महिला नारी कहलाती है तो कभी स्त्री तो कभी औरत। भले ही इन महिलाओं को चाहे किसी भी नाम या रूप में देखा जाये लेकिन हमारे समाज में बिना महिलाओं के सहयोग के सम्पूर्ण विकास की कल्पना ही नहीं की जा सकती है। विद्यालय प्रधानाध्यापक अनिल राय ने कहा कि आज महिलायें अपने अदम्य साहस और साहसिक निर्णयों के चलते समाज में हर क्षेत्र में अपने हुनर का डंका बजा रही है। अंत में महिला दिवस से सम्बन्धित प्रश्नांत्तरी प्रतियांगिता के 20 विजेता प्रतिभागियों को पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया। पुरस्कृत प्रतिभागियों में रवि, निखिल, जीनत, हिमांशु, अक्शा, प्रियांशु, शमीमा, सूरज, समीर, मोनी, अमन, ज्योति, प्राप्ति, काजल, गौरव, सान्या, साक्षी, रोहित, खुशी, अदनान आदि शामिल रहे। इस दौरान विद्यालय के समस्त अध्यापक एवं अध्यापिकायें भी मौजूद रही।
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