आज़मगढ़: जनपद में राज्य आवासीय विश्वविद्यालय की मांग को लेकर युवा व प्रबुद्धजन आज़ 32वें दिन व रात अनिश्चिकालीन क्रमिक अनशन पर डटे रहे। विश्वविद्यालय के लिये आयोजित क्रमिक अनशन को संबोधित करते हुए श्री दुर्गा जी पी0जी0कालेज चण्डेश्वर छात्रसंघ अध्यक्ष संदीप कुमार ने कहा कि आज़मगढ़ में विश्वविद्यालय की मांग को लेकर प्रदेश सरकार और आज़मगढ़ के जनप्रतिनिधियों की उदासीनता को दुर्भाग्यपूर्ण बताया। श्री दुर्गा जी पी0जी0कालेज कृषि संकाय अध्यक्ष संजय गुप्ता ने कहा कि आज़मगढ़ में विश्वविद्यालय के लिये चल रहे अभियान की गूंज गांव-गांव में हो रही है। जिसकी अनदेखी नहीं की जा सकती। शिक्षक नेता डॉ0प्रवेश कुमार सिंह ने कहा कि विश्वविद्यालय की लड़ाई में हम सबको जाति सम्प्रदाय व दलगत भावना से ऊपर उठकर लड़नी होगी। विश्वविद्यालय की लड़ाई को आगे बढ़ाना हम सबकी जिम्मेदारी है। अधिवक्ता नीरज वर्मा ने कहा कि विश्वविद्यालय आज़मगढ़ का हक है भीख नहीं है और हम इसे लेकर रहेंगे। वीरेन्द्र यादव ने जनपदवासियों का आह्वान किया कि विश्वविद्यालय के मुद्दे पर एकजुटता दिखायें। दशरथ यादव ने कहा कि विश्वविद्यालय के मुद्दे को लेकर आज़मगढ़ जनपदवासी एकजुट हो चुके हैं। पसमांदा समाज के नेता नजीर अहमद मंसूरी ने कहा कि यदि विश्वविद्यालय अभियान में वर्तमान समय मे जनपद के युवाओं ने हिस्सेदारी नहीं दिखाई तो भविष्य में आज़मगढ़ को जनता उनसे वैसे ही सवाल करेगी जैसे विगत 40 वर्षों का हिसाब तत्कालीन जनप्रतिनिधियों से लिया जाता रहा है। संदीप यादव ने जनपदवासियों का आह्वान किया कि विश्वविद्यालय अभियान में कमर कस कर कूद पड़ें। अभी नहीं तो कभी नहीं। दिन रात चलने वाले अनिश्चिकालीन क्रमिक अनशन के 32वें दिन सूरज प्रजापति, राहुल जायसवाल, अनूप पाण्डेय, बदरुद्दीन, उदयभान यादव, कन्हैया लाल, मो0मोबिन, बालाजी भूषण, बृजेश यादव, दयाराम यादव, शिवकुमार सैनी डंक जी, दीपू खरवार, बाला यादव, अमित कुमार सिंह, रामलगन विश्वकर्मा, रमेश मौर्य, शिवबोधन उपाध्याय, नजीर अहमद मंसूरी, राकेश गांधी, डॉ0सुजीत भूषण, दिलीप अग्रवाल, नूर बाबा आदि उपस्थित रहे
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