20 दिन हो गए पर किसी नेता या अधिकारी ने पंहुचने की नहीं उठाई जहमत
आज़मगढ़: जनपद में राज्य आवासीय विश्वविद्यालय की मांग को लेकर युवा व प्रबुद्धजन आज़ 20वें दिन विपरीत मौसम में भी अनिश्चिकालीन क्रमिक अनशन पर दिन-रात चलता रहा। रात में आंधी पानी मे झोपड़ी में अनशनकारी डटे रहे। दिन में बारिश के चलते झोपड़ी में ही अनशन चलता रहा। अनशन के बीस दिन के दौरान किसी राजनीतिक दल के अगुवा, विधायक व प्रशासनिक अधिकारी के न आने से अनशनकारियों में आक्रोश भी रहा। विश्वविद्यालय के लिये आयोजित क्रमिक अनशन को संबोधित करते हुए श्री दुर्गा जी पी0जी0कालेज कृषि संकाय अध्यक्ष संजय गुप्ता ने कहा कि जनपद के जनप्रतिनिधियों की इक्षाशक्ति के अभाव में अब तक जिले में विश्वविद्यालय नहीं बन पाया। युवाओं को इसके लिये एकजुट होकर विश्वविद्यालय अभियान को मजबूत करना चाहिए। डी0ए0वी0पी0जी0कॉलेज के छात्रसेवक दुर्गेश पाण्डेय ने जनपदवासियों का आह्वान किया कि विश्वविद्यालय के मुद्दे पर एकजुटता दिखायें। भाजयुमो नेता बालमुकुंद सिंह ने कहा कि विश्वविद्यालय के मुद्दे को लेकर आज़मगढ़ के सभी सामाजिक संगठन एकजुट हो चुके हैं। कहा कि विश्वविद्यालय जैसे मुद्दे पर युवाओं को एकजुट होकर प्रयास करना चाहिए। आज़मगढ़ के युवा अब जाग चुके हैं। सचिन पाण्डेय दीपू ने कहा कि विश्वविद्यालय आज़मगढ़ की सबसे महत्वपूर्ण मांग है। छात्राओं के लिये जिले में इससे बड़ा कोई तोहफा नहीं हो सकता। छात्रनेता शुभम पाण्डेय ने कहा कि आज़ विश्वविद्यालय आज़मगढ़ की सबसे बड़ी जरूरत है। इससे जनपद के नई पहचान उभरेगी। युवा पत्रकार विवेक उपाध्याय ने कहा कि विश्वविद्यालय की मांग को लेकर पूरा जनपद एकजुट हो चुका है इस मांग की उपेक्षा बर्दाश्त नहीं की जायेगी। कर्मचारी नेता गुलाब चन्द्र राय ने कहा कि विश्वविद्यालय बनने से जनपद का कायाकल्प हो जाएगा। दिन रात चलने वाले अनिश्चिकालीन क्रमिक अनशन के 19 वें दिन छात्रसेवक दुर्गेश पाण्डेय, पीयूष सिंह, संतोष कुमार, गोविंद यादव, डॉ0प्रवेश कुमार सिंह, अमित कुमार सिंह, रमेश मौर्य, रामलगन विश्वकर्मा, नजीर अहमद मंसूरी, शिवबोधन उपाध्याय, रूदल सोनकर, विवेक कुमार उपाध्याय, प्रमोद सोनकर, राकेश गांधी, डॉ0सुजीत भूषण, दिलीप अग्रवाल आदि उपस्थित रहे।
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